BJP ministers performance Chhattisgarh। गुजरात में भाजपा सरकार द्वारा सभी मंत्रियों को बदलने के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी मंत्रियों पर प्रदर्शन सुधारने का दबाव बढ़ गया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने यह साफ संकेत दिया है कि आने वाले चुनाव से पहले हर मंत्री को अपना रिपोर्ट कार्ड बेहतर बनाना होगा।
गुजरात में भाजपा ने चुनाव से दो साल पहले ही सभी मंत्रियों से इस्तीफा लेकर नया मंत्रिमंडल बनाया। सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय वहां के कुछ मंत्रियों की कमजोर रिपोर्ट के चलते लिया गया था। अब यही संदेश छत्तीसगढ़ के मंत्रियों तक भी पहुंचा है।
भाजपा संगठन ने मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल रखें। कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करें और जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, “शीर्ष नेतृत्व चाहता है कि हर मंत्री नियमित रूप से फील्ड विजिट करे, जनता की समस्याएं सुने और विभागीय कार्य में कसावट लाए। आम लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, तभी सरकार का ग्राउंड रिपोर्ट कार्ड मजबूत होगा।”
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार के तीन मंत्रियों की रिपोर्ट संगठन को संतोषजनक नहीं लगी थी। हालांकि फिलहाल उन्हें हटाने के बजाय नसीहत दी गई है कि वे कार्यशैली में सुधार लाएं।
भाजपा नेतृत्व हर माह मंत्रियों के कामकाज का आकलन कर रहा है। जिनका प्रदर्शन कमजोर है, उन्हें चेतावनी दी जा रही है। इसी तरह विधायकों के क्षेत्रीय कामकाज और जनता से व्यवहार पर भी संगठन नजर रखे हुए है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गुजरात की तरह यदि छत्तीसगढ़ में भी समय रहते परफॉर्मेंस रिव्यू होता रहा तो 2028 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा संगठन और सरकार दोनों का तालमेल और मजबूत हो सकता है।
