Punjab DIG Harcharan Bhullar corruption case: पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को सीबीआई ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ की सीबीआई अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
यह मामला एक स्क्रैप व्यापारी की शिकायत से शुरू हुआ। व्यापारी ने बताया कि भुल्लर ने 2023 में दर्ज एक एफआईआर को “सेवा-पानी” के नाम पर निपटाने के लिए हर महीने पैसे मांगे। इसके अलावा उन्होंने एक बार में 8 लाख रुपये की रिश्वत की भी मांग की थी।
सीबीआई के अनुसार, भुल्लर ने यह रकम अपने मध्यस्थ कृशानु शारदा के ज़रिए मंगवाई। बातचीत व्हाट्सएप कॉल पर हुई थी, जिसे सीबीआई ने रिकॉर्ड किया। जांच में यह नंबर खुद डीआईजी भुल्लर का निकला।
इसके बाद सीबीआई ने गुरुवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम ने सेक्टर-40, चंडीगढ़ स्थित भुल्लर के घर पर छापा मारा। छापे में जो कुछ मिला, उसने सभी को हैरान कर दिया —
- करीब ₹5 करोड़ रुपये नकद
- 1.5 किलो सोना और महंगे आभूषण
- 22 लग्जरी घड़ियां
- 40 लीटर विदेशी शराब
- दो लग्जरी कारों की चाबियां
- कई हथियार और गोलियां
- अचल संपत्तियों के कागजात
सीबीआई ने कहा कि यह सबूत Bharatiya Nyaya Sanhita की धारा 61(2) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धाराओं 7 और 7A के तहत गंभीर अपराध को दर्शाते हैं।
हरचरण भुल्लर, पूर्व डीजीपी एम.एस. भुल्लर के बेटे हैं। उन्होंने पंजाब पुलिस में कई अहम पदों पर काम किया है — जैसे डीआईजी पटियाला रेंज, विजिलेंस ब्यूरो के संयुक्त निदेशक, और कई जिलों में एसएसपी।
वह एक समय पर ड्रग्स के खिलाफ मुहिम ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ में भी सक्रिय थे। उन्होंने अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ केस की जांच करने वाली एसआईटी का भी नेतृत्व किया था।
अब वही अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस गए हैं। इस गिरफ्तारी से पुलिस विभाग और प्रशासन दोनों में हड़कंप मच गया है।
