रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में इन दिनों ‘एक दिन के मुख्यमंत्री’ को लेकर शब्दों की जंग छिड़ी हुई है। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर के तंज भरे बयान ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव को ‘एक दिन का मुख्यमंत्री’ बनाने का ऑफर दिया, जिस पर टीएस बाबा ने भी बिना देरी किए तीखा पलटवार किया।
दरअसल, अजय चंद्राकर ने कहा था कि जैसे “एक दिन का कलेक्टर” बनता है, वैसे ही हम टीएस सिंह देव की मुख्यमंत्री बनने की हसरत पूरी कर देंगे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं, इसलिए बीजेपी उनकी इच्छा पूरी कर देगी। चंद्राकर बोले— “कोई हसरत लेकर ऊपर नहीं जाना चाहिए।”
इस बयान पर टीएस सिंह देव ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया— “मैं उनका बहुत-बहुत आभार जताता हूं। मैं खुद उनके घर जाकर शपथ ले लूंगा, बशर्ते अजय चंद्राकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का इस्तीफ़ा और राज्यपाल की मंज़ूरी लेकर आ जाएं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति में तंज का जवाब शालीन व्यंग्य से देना भी जरूरी होता है।
🩺 मंत्री जायसवाल का व्यंग्य: ‘नायक फ़िल्म में ही बन सकते हैं CM’
इस राजनीतिक जुबानी जंग में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी शामिल हो गए। उन्होंने व्यंग्य किया—
“जब कांग्रेस के पास 72 सीटें थीं तब भी टीएस बाबा मुख्यमंत्री नहीं बन पाए, अब तो बीजेपी की सरकार है। हां, फिल्मों में जैसे ‘नायक’ में अनिल कपूर सीएम बने थे, वैसे शायद बन जाएं।”
जायसवाल के इस बयान से माहौल और गर्म हो गया। कांग्रेस नेताओं ने इसे शिष्टाचार की मर्यादा से गिरा हुआ बयान बताया।
🗣️ कांग्रेस का पलटवार: बीजेपी की गुटबाज़ी उजागर
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अजय चंद्राकर का यह बयान बीजेपी के अंदर बढ़ती असहमति का संकेत है।
उन्होंने कहा— “21 महीने में ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अलोकप्रिय हो चुके हैं। अजय चंद्राकर जी ने कांग्रेस नेताओं की आड़ में अपने मन की बात कही है कि मुख्यमंत्री बदलना चाहिए।”
कांग्रेस का दावा है कि टीएस सिंह देव पर तंज कसने के बहाने बीजेपी में नेतृत्व संकट की झलक दिखाई दी है।
🧩 पृष्ठभूमि: ‘एक दिन का मुख्यमंत्री’ विवाद कैसे शुरू हुआ
यह विवाद तब शुरू हुआ जब अजय चंद्राकर ने रायपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वे टीएस सिंह देव की “सीएम बनने की हसरत” पूरी करने के लिए “एक दिन का मुख्यमंत्री” बनाने को तैयार हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर “#OneDayCM” ट्रेंड करने लगा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अजय चंद्राकर को “राजनीतिक व्यंग्यकार” बता दिया।
🎯 निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ की राजनीति में यह नया विवाद भले ही व्यंग्य और हंसी-मज़ाक से शुरू हुआ हो, लेकिन यह साफ है कि ‘TS Singh Deo One Day CM Controversy’ अब एक गंभीर राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। इसने न सिर्फ़ सत्ता पक्ष और विपक्ष को आमने-सामने खड़ा कर दिया है, बल्कि बीजेपी की आंतरिक सियासत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
