नई दिल्ली, 13 अक्टूबर 2025 — भारत और कनाडा ने आपसी संबंधों में नई ऊर्जा भरने के लिए एक साझा रोडमैप जारी किया और व्यापार एवं निवेश वार्ता दोबारा शुरू करने पर सहमति जताई। सोमवार को कनाडा की विदेश मंत्री अनिता आनंद (Anita Anand) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या को लेकर दो वर्ष पहले उपजे विवाद के बाद संबंधों को सामान्य करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उन्होंने अनिता आनंद के साथ व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, कृषि और जन-से-जन सहयोग को लेकर विस्तृत बातचीत की। मोदी ने कहा कि यह यात्रा द्विपक्षीय साझेदारी को नई गति देगी।
🤝 दोनों देशों के बीच रिश्तों को ‘रीसेट’ करने पर सहमति
विदेश मंत्री जयशंकर और अनिता आनंद की बैठक, जून में प्रधानमंत्री मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई वार्ता की फॉलो-अप मीटिंग थी। उस बैठक में दोनों पक्षों ने संबंधों को स्थिर करने और भरोसा बहाल करने के कदमों पर सहमति जताई थी।
जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने एक महत्त्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है, जिसमें व्यापार, निवेश, कृषि, प्रौद्योगिकी, परमाणु सहयोग, एआई, खनिज और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपजाऊ बैठकें भी इसी दिशा में हुईं।
“हमने द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने और आवश्यक तंत्रों को पुनर्स्थापित करने पर रचनात्मक चर्चा की,” जयशंकर ने कहा।
🌏 ‘आपसी सम्मान और संवेदनशीलता’ पर आधारित साझेदारी
भारत-कनाडा के संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों देश एक “संतुलित और रचनात्मक साझेदारी” आगे बढ़ाएंगे, जो एक-दूसरे की चिंताओं और संवेदनशीलताओं के सम्मान पर आधारित होगी। यह बयान भारत की उस चिंता को भी दर्शाता है जो कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर है।
💼 आर्थिक सहयोग और व्यापार वार्ता फिर शुरू
रोडमैप में दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए मंत्रिस्तरीय स्तर की व्यापार और निवेश चर्चाएं शुरू करने का निर्णय लिया।
साथ ही कनाडा-भारत सीईओ फोरम (Canada-India CEO Forum) को दोबारा शुरू करने की घोषणा की गई, ताकि स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल नवाचार, एग्री-टेक और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश को बढ़ावा दिया जा सके।
2024 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 23.66 बिलियन डॉलर का रहा था। हालांकि, 2023 में हर्डीप सिंह निज्जर प्रकरण के बाद फ्री ट्रेड समझौते पर बातचीत रोक दी गई थी।
⚡ ऊर्जा, जलवायु और तकनीकी सहयोग पर फोकस
रोडमैप के तहत दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, तेल और गैस खोज, एलएनजी व्यापार, और डीकार्बोनाइजेशन में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
इसके साथ ही कनाडा की खनन विशेषज्ञता के माध्यम से भारत को क्रिटिकल मिनरल्स (महत्वपूर्ण खनिज) उपलब्ध कराने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।
दोनों पक्षों ने सिविल न्यूक्लियर सहयोग को गहरा करने और परमाणु ऊर्जा विभाग एवं कनाडाई यूरेनियम कंपनियों के बीच नई परियोजनाओं पर संवाद जारी रखने पर भी सहमति जताई।
🧠 डिजिटल और शिक्षा साझेदारी को नई दिशा
भारत और कनाडा ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में संयुक्त सहयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया।
जल्द ही संयुक्त विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग समिति (Joint Science & Technology Cooperation Committee) को फिर से सक्रिय किया जाएगा।
शिक्षा, पर्यटन और प्रोफेशनल मोबिलिटी को लेकर भी नई पहलें की जाएंगी। इसमें उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच साझेदारी और फिनटेक, एआई, साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
🇮🇳 अनिता आनंद की भारत यात्रा से नई उम्मीदें
अनिता आनंद की यह यात्रा, जो सिंगापुर और चीन भी शामिल करेगी, भारत-कनाडा रिश्तों में सामान्यता और विश्वास लौटाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
उन्होंने कहा कि दोनों देश कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संवाद को भी जारी रखेंगे।
“हम कानून और सुरक्षा पर संवाद को अहम मानते हैं। यह दोनों सरकारों के बीच सहयोग का सकारात्मक संकेत है,” आनंद ने कहा।
