भिलाई, 13 अक्टूबर 2025 National Gatka Championship — सेक्टर-6 स्थित गुरु नानक इंग्लिश सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित 13वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप का रविवार को भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव शामिल हुए। उनके साथ भाजपा नेता मनीष पांडेय और सिख समाज के कई गणमान्य सदस्य भी उपस्थित रहे। तीन दिनों तक चले इस राष्ट्रीय आयोजन में देश के 12 राज्यों से 500 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
🎯 छत्तीसगढ़ ने महिला वर्ग में जीता स्वर्ण
कार्यक्रम के समापन समारोह में मंत्री गजेंद्र यादव ने विजेता खिलाड़ियों को पदक और प्रमाणपत्र प्रदान किए।
महिला वर्ग में छत्तीसगढ़ की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
दूसरा स्थान चंडीगढ़ और तीसरा स्थान पंजाब की बालिका टीम ने हासिल किया।

वहीं बालक वर्ग में पंजाब की टीम ने 102 अंकों के साथ प्रथम स्थान, छत्तीसगढ़ की टीम ने द्वितीय स्थान और हरियाणा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
🏆 ‘गतका’ को मिली नई पहचान
समापन समारोह में शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा —
“गतका वीरता, अनुशासन और आत्मसंयम का प्रतीक है। यह सिख परंपरा से जुड़ा गौरवशाली खेल है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया है — यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है।”
उन्होंने कहा कि भिलाई में पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर गतका का आयोजन होना छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान की बात है। मंत्री ने आयोजन समिति, गुरुद्वारा प्रबंधन समिति और हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह तथा उनकी पूरी टीम को बधाई दी।
🌏 अगले साल एशिया कप में गतका शामिल होगा
कार्यक्रम के दौरान संरक्षक इंद्रजीत सिंह ने घोषणा की कि गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप दी जाएगी ताकि वे पढ़ाई और प्रशिक्षण में और उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि अगले साल मार्च 2026 में एशिया कप में गतका को शामिल किया जाएगा, जिसमें आज विजेता खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि गतका को जल्द ही ओलंपिक खेलों में शामिल कराने के लिए प्रयास जारी हैं।

💪 खेल भावना और सुरक्षा व्यवस्था की सराहना
तीन दिनों तक चले इस आयोजन की खास बात यह रही कि किसी भी खिलाड़ी को मेडिकल इंजरी नहीं हुई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और खेल भावना की प्रशंसा की गई।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री गजेंद्र यादव ने घोषणा की कि आगे चलकर राज्य के स्कूलों में पारंपरिक भारतीय खेलों को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि विद्यार्थी अपनी संस्कृति और खेल दोनों से जुड़ सकें।
