Durgapur gangrape Mamata Banerjee statement: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद विवाद गहरा गया है। उन्होंने कहा था कि पीड़िता आधी रात को कॉलेज परिसर से बाहर गई थी, लेकिन NDTV द्वारा प्राप्त शिकायत पत्र से खुलासा हुआ है कि घटना रात 12 बजे नहीं, बल्कि शाम 8 बजे के आसपास हुई थी।
शिकायत के अनुसार, 23 वर्षीय एमबीबीएस छात्रा उस समय अपने कॉलेज के एक दोस्त के साथ बाहर गई थी, जब कुछ लोगों ने उसे निशाना बनाया। छात्रा के पिता की शिकायत पर ही FIR दर्ज की गई थी।
🗣️ ममता बनर्जी का बयान और विवाद
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था,
“वह एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा थी। जिम्मेदारी कॉलेज की है। वह रात 12.30 बजे बाहर कैसे गई? निजी कॉलेजों को अपने छात्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। रात में बाहर निकलने की संस्कृति पर नियंत्रण होना चाहिए।”
ममता बनर्जी के इस बयान को लेकर विपक्ष ने उन्हें ‘पीड़िता को दोषी ठहराने’ का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने कहा कि यह बयान “संवेदनहीन और महिला विरोधी” है।
🔥 विपक्ष का तीखा हमला
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि मुख्यमंत्री “साफ झूठ बोल रही हैं।” उन्होंने कहा,
“छात्रा रात में नहीं, बल्कि शाम 8 बजे खाना लेने गई थी। ममता बनर्जी बंगाल को अफगानिस्तान बना रही हैं। क्या अब महिलाएं रात में बाहर नहीं निकल सकतीं? क्या डॉक्टर और नर्स रात में ड्यूटी नहीं करेंगे?”
वहीं सीपीएम राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि ममता बनर्जी की मानसिकता “तालिबानी सोच” की तरह है। उन्होंने कहा,
“आरजी कर केस में भी पुलिस ने अपराधियों को बचाया था। तब भी यही कहा गया कि महिलाएं रात में काम पर न जाएं। यह वही राज्य है जहां राजा राममोहन राय और विद्यासागर ने समानता की नींव रखी थी। ममता बनर्जी हर बार महिलाओं को ही दोष देती हैं।”

🎙️ मीडिया पर ममता बनर्जी का पलटवार
विवाद बढ़ने पर ममता बनर्जी ने कहा कि मीडिया ने उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया। उन्होंने कहा,
“मीडिया ने मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया है। सवाल कुछ और था, जवाब कुछ और, और दिखाया कुछ और गया। यह राजनीति बंद होनी चाहिए।”
⚖️ समाज में गूंजता सवाल
दुर्गापुर गैंगरेप केस ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और शासन की जिम्मेदारी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब Durgapur gangrape Mamata Banerjee statement जैसे मुद्दे सामने आते हैं, तो यह स्पष्ट होता है कि केवल कानून नहीं, बल्कि समाज की सोच में भी बदलाव की आवश्यकता है।
