रायपुर के IIIT में बड़ा एआई स्कैंडल: छात्र ने 36 छात्राओं की बनाई अश्लील तस्वीरें, लैपटॉप जब्त

रायपुर, 9 अक्टूबर 2025 IIIT Raipur AI obscene photos case।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT Raipur) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
संस्थान के एक इंजीनियरिंग छात्र पर 36 छात्राओं की एआई टूल्स से अश्लील तस्वीरें बनाने का गंभीर आरोप लगा है।
संस्थान ने आरोपी छात्र का लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए हैं।


💻 AI टूल से बनाया गया था फर्जी कंटेंट

जानकारी के अनुसार, आरोपी छात्र पिछले कई महीनों से AI आधारित एडिटिंग टूल्स का गलत इस्तेमाल कर रहा था।
वह अपनी सहपाठियों की सोशल मीडिया प्रोफाइल तस्वीरें — इंस्टाग्राम, फेसबुक और लिंक्डइन से डाउनलोड करता था और उन्हें अश्लील रूप में बदल देता था।

यह घटना साइबर शोषण और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) के तहत गंभीर अपराध मानी जाती है।


👩‍🎓 छात्राओं की शिकायत और जांच

बिलासपुर की रहने वाली कुछ छात्राओं को जब अपनी तस्वीरों का दुरुपयोग पता चला तो उन्होंने संस्थान प्रशासन को लिखित शिकायत दी।
महिला स्टाफ द्वारा तलाशी लेने पर आरोपी के लैपटॉप में 1000 से अधिक फोटो मिले, जिनमें से 36 छात्राओं की एआई से बनाई गई अश्लील तस्वीरें थीं।

इस घटना के बाद संस्थान ने आरोपी को तुरंत निलंबित कर दिया और एक आंतरिक जांच समिति गठित की।
छात्र के परिजनों को कॉलेज बुलाकर उसे तुरंत कॉलेज छोड़ने का निर्देश दिया गया।


😟 छात्राओं की चिंता और मांग

पीड़ित छात्राओं ने चिंता जताई है कि उनकी तस्वीरें इंटरनेट पर लीक या बेची जा सकती हैं, जिससे उनकी निजता पर गहरा आघात होगा।
उन्होंने साइबर पुलिस से अनुरोध किया है कि आरोपी के मोबाइल, लैपटॉप और सभी डिजिटल खातों की जांच की जाए ताकि डेटा पूरी तरह हटाया जा सके।


👮‍♂️ पुलिस की प्रतिक्रिया

रायपुर पुलिस अधिकारी विवेक शुक्ला ने बताया कि यह मामला राखी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
हालांकि अब तक कॉलेज या छात्राओं ने औपचारिक पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

पुलिस ने कॉलेज प्रशासन से संपर्क किया और जानकारी जुटाई।
फिलहाल तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल नहीं हुई हैं, लेकिन जैसे ही कॉलेज से रिपोर्ट मिलेगी, कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


🏫 संस्थान और सरकार की प्रतिक्रिया

IIIT रायपुर के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश व्यास ने छात्र के निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि
“जांच पूरी होने के बाद विस्तृत रिपोर्ट पुलिस को सौंपी जाएगी।”

वहीं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है।
उन्होंने कहा कि “ऐसे घृणित कार्य में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, पूरी जांच हो रही है।”


⚠️ AI साइबर शोषण पर गंभीर सवाल

यह घटना न केवल संस्थान के लिए शर्मनाक है, बल्कि यह AI टूल्स के गलत इस्तेमाल और साइबर सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाती है।
तकनीक की प्रगति के बीच, इस तरह की घटनाएँ समाज में डिजिटल नैतिकता और कानूनी जागरूकता की कमी को उजागर करती हैं।

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