फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश), 9 अक्टूबर 2025 Farrukhabad private jet accident।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक बड़ा विमान हादसा टल गया, जब एक प्राइवेट जेट उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद रनवे से फिसल गया। यह हादसा मोहम्मदाबाद एयरस्ट्रिप पर हुआ। विमान में सवार पांच लोगों में से कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन सभी ने कुछ देर के लिए मौत को करीब से देखा।
✈️ क्या हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, यह जेट भोपाल के लिए रवाना हो रहा था। उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान ने संतुलन खो दिया और करीब 400 मीटर तक रनवे से फिसलता चला गया। इसके बाद विमान मैदान में रुक गया।
विमान में वुडपेकर ग्रीनएग्री न्यूट्रिएंट्स प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे —
डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर अजय अरोड़ा, एसबीआई हेड सुमित शर्मा, बीपीओ प्रमुख राकेश टिकू, और कैप्टन नसीब बमल तथा कैप्टन प्रतीक फर्नांडीज़।
🗣️ कंपनी ने क्या कहा
कंपनी के उत्तर प्रदेश परियोजना प्रमुख मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि
“विमान सुबह 10:30 बजे वीटी डे जेट (Jet Serve Aviation Private Limited) से उड़ान भरने वाला था। टेकऑफ के तुरंत बाद विमान फिसल गया। यह बेहद खतरनाक स्थिति थी।”
अजय अरोड़ा ने कहा कि अब वे आगरा से भोपाल के लिए दूसरी उड़ान लेंगे।

⚠️ पायलट पर लापरवाही का आरोप
मनीष पांडेय ने दावा किया कि यह हादसा पायलट की लापरवाही से हुआ।
“पायलट को पहले से पता था कि टायरों में हवा का दबाव कम है, इसके बावजूद उसने उड़ान भरने की कोशिश की,” उन्होंने कहा।
🔥 फायर ब्रिगेड और प्रशासन की भूमिका पर सवाल
फायर ब्रिगेड ने बताया कि उन्हें विमान के टेकऑफ की कोई सूचना नहीं दी गई थी।
इसके अलावा यह भी दावा किया गया कि ट्रेजरी फीस जमा नहीं की गई थी।
हादसे की जानकारी मिलते ही कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल, डीएसपी अजय वर्मा, एसडीएम सदर राजनीकांत, एएसडीएम रविन्द्र कुमार और क्षेत्रीय लेखाकार संजय कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
🔍 प्रारंभिक जांच में क्या सामने आया
प्राथमिक जांच में विमान के टायरों में कम हवा का दबाव (Low Air Pressure) हादसे का संभावित कारण बताया जा रहा है।
विमान को अब तकनीकी परीक्षण के लिए कब्जे में लिया गया है और डीजीसीए (DGCA) की टीम को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।

🛑 किसी की जान नहीं गई, पर बड़ी चूक सामने आई
सौभाग्य से इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। हालांकि, इस घटना ने एयर सेफ्टी और प्राइवेट जेट संचालन व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
