वॉशिंगटन/गाज़ा:
मध्य पूर्व में लंबे समय से जारी तनाव के बीच Gaza Peace Deal को लेकर बड़ी खबर आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि इज़राइल और हमास ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित गाज़ा शांति समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
यह समझौता अमेरिकी प्रशासन, मिस्र और क़तर के प्रतिनिधियों की मध्यस्थता में शर्म अल-शेख़ (मिस्र) में हुआ। ट्रंप ने एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा, “पूरी दुनिया इस समझौते के साथ खड़ी है। यह हमारे समय का शानदार दिन है।”
🕊️ शांति की दिशा में पहला कदम
ट्रंप प्रशासन की ओर से यह प्रस्ताव युद्धविराम (ceasefire) और हमास के कब्जे में मौजूद बंधकों की रिहाई के लिए रखा गया था। बीते कई महीनों से गाज़ा में लगातार हिंसा और बमबारी के कारण सैकड़ों नागरिकों की मौत हुई थी। इस समझौते से उम्मीद है कि क्षेत्र में स्थायी शांति की नींव रखी जा सकेगी।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की भूमिका
अमेरिका, मिस्र और क़तर के अधिकारियों ने इस वार्ता में अहम भूमिका निभाई। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस समझौते से “गाज़ा में मानवीय राहत और बुनियादी सुविधाओं की बहाली” की राह खुलेगी।
🗣️ ट्रंप का बयान
ट्रंप ने रॉयटर्स से बातचीत में कहा — “इज़राइल, मिस्र, क़तर और अन्य देशों ने एकजुट होकर जो किया है, वह पूरी दुनिया के लिए उदाहरण है। यह एक फैंटास्टिक डे है।”
उन्होंने कहा कि यह समझौता “मानवता और शांति के नए युग” की शुरुआत है।
🇮🇳 भारत की भूमिका और अन्य वैश्विक प्रतिक्रिया
भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारत ने इस पहल का स्वागत किया है और गाज़ा क्षेत्र में शांति बहाली के लिए हर संभव मानवीय सहायता देने की इच्छा जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी इसे “आशा की किरण” बताया है।
🔍 आगे की राह
अगले चरण में राजनीतिक समाधान और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया पर बातचीत होगी। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका और मिस्र आने वाले सप्ताहों में एक विस्तृत रोडमैप जारी करेंगे ताकि समझौते की शर्तों को लागू किया जा सके।
