नोएडा, 08 अक्टूबर 2025।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अजीत भारती से मंगलवार को नोएडा पुलिस ने पूछताछ की। यह पूछताछ सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई (CJI) पर एक अधिवक्ता द्वारा कागज फेंकने की कोशिश के बाद उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर की गई।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अजीत भारती को पहले सेक्टर-58 थाने लाया गया और बाद में डीसीपी कार्यालय (12/22 चौकी) में पूछताछ की गई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “उन्हें उनके हालिया ‘एक्स (X)’ पोस्ट के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।”
पूछताछ के बाद अजीत भारती ने ‘X’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि वे “ठीक हैं” और यह स्पष्ट किया कि न तो उन्हें गिरफ्तार किया गया और न ही वे पुलिस हिरासत में हैं।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और आगे की कार्रवाई पूछताछ रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
इस बीच एक्टिविस्ट सूरज कुमार बौद्ध, जो मिशन आंबेडकर संगठन के संस्थापक हैं, ने अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटारमणी को पत्र लिखकर अजीत भारती और एक धार्मिक वक्ता के खिलाफ आपराधिक अवमानना (Criminal Contempt) कार्यवाही की अनुमति मांगी है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि “इन बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट्स का उद्देश्य न्यायपालिका के खिलाफ माहौल बनाना और हिंसा भड़काना है। इस तरह के सार्वजनिक बयान बेहद खतरनाक हैं और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक 71 वर्षीय वकील ने सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी। यह घटना अदालत परिसर में मौजूद लोगों और पूरे न्यायिक समुदाय के लिए चौंकाने वाली रही। बताया गया कि वकील पिछले महीने खजुराहो में विष्णु प्रतिमा की बहाली को लेकर सीजेआई की टिप्पणी से असंतुष्ट था।
