रायपुर, 06 अक्टूबर 2025/ Coal India CMDC MoU Critical Minerals:
कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited – CIL) ने छत्तीसगढ़ सरकार की सार्वजनिक उपक्रम संस्था छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (CMDC) के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य राज्य में क्रिटिकल मिनरल्स (Critical Minerals) और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों की खोज और विकास के लिए संयुक्त प्रयास करना है।
कोल इंडिया, जो दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है, अब कोयले के परे नए क्षेत्रों में कदम रख रही है। यह समझौता कंपनी की डाइवर्सिफिकेशन रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह अब देश की ऊर्जा सुरक्षा और स्वावलंबन की दिशा में क्रिटिकल मिनरल्स की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने पर ध्यान दे रही है।
कंपनी ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया —
“Coal India Limited (CIL) और Chhattisgarh Mineral Development Corporation Ltd. (CMDC) ने परस्पर रुचि के क्रिटिकल और अन्य खनिजों की खोज एवं दोहन के लिए एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।”
यह कदम कोल इंडिया के हालिया प्रयासों की श्रृंखला में नया अध्याय जोड़ता है। इससे पहले कंपनी ने IREL (India) Limited के साथ भी क्रिटिकल मिनरल्स के विकास हेतु समझौता किया था और छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में ग्रेफाइट ब्लॉक्स की नीलामी में भी भाग लिया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, लिथियम, कोबाल्ट, निकल, ग्रेफाइट और रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे क्रिटिकल मिनरल्स आने वाले वर्षों में भारत के इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी निर्माण और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए बेहद अहम साबित होंगे।
भारत सरकार पहले ही 30 खनिजों को “क्रिटिकल मिनरल्स” की सूची में शामिल कर चुकी है और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों को इसके अन्वेषण, प्रोसेसिंग और रीसाइक्लिंग में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
इस साझेदारी को उद्योग जगत “मेक इन इंडिया” और आत्मनिर्भर भारत के विजन के साथ जोड़कर देख रहा है। इससे न केवल छत्तीसगढ़ में खनिज अन्वेषण को नया आयाम मिलेगा, बल्कि भारत की आयात निर्भरता घटाने और रोजगार सृजन की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगा।
