कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने दुर्ग में वन हेल्थ सिनर्जी राष्ट्रीय सम्मेलन का किया शुभारंभ, बोले– एएमआर की चुनौती से निपटने के लिए बहुक्षेत्रीय सहयोग जरूरी

दुर्ग, 06 अक्टूबर 2025। Ramvichar Netam One Health Synergy Conference Durg
छत्तीसगढ़ के कृषि विकास, किसान कल्याण एवं पशुधन विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आज दुर्ग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘वन हेल्थ सिनर्जी’ (One Health Synergy) का शुभारंभ किया। यह सम्मेलन इंडियन वेटनरी एसोसिएशन (IVA) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के संयुक्त तत्वावधान में “अंतर-क्षेत्रीय नवाचार और एकीकरण के माध्यम से एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR) का मुकाबला” विषय पर आयोजित किया गया है।

कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि मंत्री नेताम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर सांसद विजय बघेल, विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, विधायक ललित चंद्राकर, तथा जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे उपस्थित रहीं।


🌱 मंत्री रामविचार नेताम ने कहा – वन हेल्थ फ्रेमवर्क से होगा एएमआर का प्रभावी समाधान

मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री रामविचार नेताम ने कहा कि यह सम्मेलन पशु, मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और वन्यजीवों के बीच बहुक्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने कहा, “एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR) आज दुनिया के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है। इसके समाधान के लिए एकीकृत और वैज्ञानिक दृष्टिकोण जरूरी है। इस सम्मेलन से निकले सुझाव केंद्र और राज्य सरकार तक पहुंचाए जाएंगे ताकि उन पर ठोस कार्ययोजना बनाई जा सके।”

कृषि मंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग से पशुपालन और जैविक खेती को नई दिशा दी जा सकती है। उन्होंने किसानों से जैविक एवं प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार “विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़” के लक्ष्य को साकार करने के लिए हरसंभव सहयोग करेगी।


🧬 एएमआर पर केंद्रित राष्ट्रीय चर्चा में जुटे देशभर के विशेषज्ञ

सम्मेलन में देशभर से आए पशुचिकित्सक, चिकित्सा विशेषज्ञ, शोधकर्ता और नीति निर्माता शामिल हुए।
इस अवसर पर भारत सरकार के पशुपालन आयुक्त डॉ. प्रवीण मलिक, एम्स रायपुर के सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, लुवास, हिसार के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा, और एनआईओएच नागपुर की निदेशक डॉ. प्रज्ञा यादव ने भी भाग लिया।


📚 सम्मेलन में विमोचन और घोषणाएँ

मुख्य अतिथि नेताम ने विश्वविद्यालय की स्मारिका, ‘सोवेनियर बकरी प्रशिक्षण कैलेंडर 2026’ का विमोचन किया।
उन्होंने दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चंद्राकर की मांग पर कामधेनु विश्वविद्यालय के अंतर्गत दुर्ग में कृषि महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा भी की।


🗣️ जनप्रतिनिधियों ने दी शुभकामनाएँ

सांसद विजय बघेल ने कहा कि इस तरह के राष्ट्रीय सम्मेलन प्रदेश में पशुपालन और कृषि क्षेत्र के विकास में सहायक सिद्ध होंगे।
वहीं विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप एंटीबायोटिक उपयोग को चिकित्सकीय परामर्श तक सीमित रखना चाहिए, जिससे एएमआर जैसी चुनौती से निपटा जा सके।


🌾 समापन

कार्यक्रम के अंत में कामधेनु विश्वविद्यालय के प्रभारी डीन डॉ. संजय शाक्य ने सम्मेलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

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