मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया Bihan Didis Digital Training का प्रशिक्षण शुभारंभ, लखपति बहनों की कहानियों से हुए भावुक

रायपुर, 03 अक्टूबर 2025। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित Raipur Bihan Didis Digital Training कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं की सफलता की कहानियाँ सुनकर उन्हें सराहा और कहा कि “छत्तीसगढ़ की दीदियां आत्मनिर्भरता की ब्रांड एम्बेसडर बन रही हैं और उनके उत्पाद अब वैश्विक बाजार तक पहुँचेंगे।”

नवरात्रि पर नारी शक्ति को सम्मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि का पर्व नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है और जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं देवताओं का वास होता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की कामयाबी प्रदेश को गर्व से भर देती है।

लखपति दीदियों की प्रेरक कहानियाँ

कार्यक्रम में कई महिलाओं ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानियाँ साझा कीं।

  • बलरामपुर की पूनम गुप्ता ने बताया कि स्व-सहायता समूह से जुड़कर उन्होंने किराना दुकान, आटा चक्की और ट्रैक्टर-वाहन से व्यवसाय को विस्तार दिया।
  • गरियाबंद की हेमिन साहू ने आचार-पापड़ व्यवसाय से प्रतिदिन 4 हजार रुपये की आय का उल्लेख किया और बताया कि दिल्ली के सरस मेले में 2.31 लाख रुपये की बिक्री हुई।
  • श्रीमती गीता वैष्णव ने कहा कि पहले उन्हें 10 रुपये के लिए संघर्ष करना पड़ता था, लेकिन अब अपने बेटे को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनाने का सपना पूरा कर रही हैं।
  • रायपुर की गीता वर्मा हल्दी-मसाले का व्यवसाय कर हर महीने 15 से 20 हजार रुपये कमा रही हैं।

स्टॉलों का निरीक्षण और खरीदारी

मुख्यमंत्री ने स्टॉलों का अवलोकन कर महिलाओं के उत्पाद खरीदे। उन्होंने डोंगरगांव की महिलाओं से A2 मिल्क से बना घी और मुंदगांव की महिलाओं से अगरवुड का पौधा भी लिया। उन्होंने कहा कि बिहान दीदियों के उत्पाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर बढ़ रहे हैं।

डिजिटल प्रशिक्षण से वैश्विक बाजार तक पहुंच

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और पॉलिसी वॉच द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं को प्रोडक्ट ब्रांडिंग, पैकेजिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि उनके उत्पाद अमेज़न-फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म पर बेचे जा सकें।

राष्ट्रीय पहचान की ओर बढ़ती महिलाएं

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार महिला स्व-सहायता समूहों को हरसंभव सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक छत्तीसगढ़ में 8 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है।

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