रायपुर। असंगठित और प्रवासी मजदूरों की जिंदगी बदलने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक नई पहल की शुरुआत की है। राज्य सरकार ने ‘अटल श्रमिक सशक्तिकरण योजना (Atal Labour Empowerment Scheme Chhattisgarh)’ लॉन्च की है, जिसका मकसद असंगठित श्रमिकों और उनके परिवारों का समग्र विकास करना है।
एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी योजनाओं का लाभ
श्रम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह योजना ‘श्रमेव जयते पोर्टल’ के माध्यम से चलाई जाएगी। इस पोर्टल के जरिए असंगठित मजदूरों और उनके परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ एक ही जगह पर उपलब्ध होगा। अब उन्हें अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
आत्मनिर्भरता की ओर कदम
सरकार जल्द ही एक नई उप-योजना शुरू करने जा रही है, जिसके तहत पंजीकृत मजदूरों को लिए गए ऋण पर ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। इसका उद्देश्य है कि मजदूर आत्मनिर्भर बनें और छोटे-छोटे रोजगार शुरू कर सकें।
निगरानी और श्रमिक कल्याण कार्यालय
राज्य सरकार विभागीय श्रमिक कल्याण कार्यालय (Divisional Labour Welfare Offices) स्थापित कर रही है ताकि योजनाओं की निगरानी और भी मजबूत हो सके। अधिकारी ने कहा, “इससे हमें सीधे फीडबैक मिलेगा और मजदूरों तक लाभ तेजी से पहुंचाया जा सकेगा।”
मजदूरों की जिंदगी में बदलाव
यह योजना केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मजदूरों की जिंदगी को छूने वाली है। जैसे, दुर्ग जिले के एक प्रवासी श्रमिक ने कहा—“अब हमें जानकारी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, सरकार सब सुविधा एक ही जगह दे रही है। यह हमारे बच्चों की पढ़ाई और घर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।”
