शिक्षा में तकनीक का नया युग: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में लगेंगे 9 हजार स्मार्ट क्लास और 22 हजार कंप्यूटर

रायपुर, 30 सितम्बर 2025।
राजधानी रायपुर के जे. आर. दानी शासकीय कन्या उत्कृष्ट हिंदी माध्यमिक विद्यालय में आयोजित 25वीं राज्य स्तरीय शाला क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन उत्साह और उल्लास के साथ हुआ। चार दिनों तक चले इस आयोजन ने न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच दिया, बल्कि शिक्षा और तकनीक के भविष्य की दिशा भी तय की।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने राज्य के स्कूलों में 9 हजार स्मार्ट क्लास और 22 हजार कंप्यूटर लगाने की घोषणा की। यह कदम शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने और विद्यार्थियों को डिजिटल दुनिया से जोड़ने की दिशा में ऐतिहासिक माना जा रहा है।

विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर

श्री यादव ने कहा कि स्मार्ट क्लास के जरिए विद्यार्थी डिजिटल कंटेंट, ई-लर्निंग मॉड्यूल, वीडियो लेक्चर और इंटरैक्टिव पढ़ाई का अनुभव करेंगे। वहीं, 22 हजार कंप्यूटरों की उपलब्धता से विद्यार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा, इंटरनेट एक्सेस और डिजिटल स्किल्स का लाभ मिलेगा।

ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में बड़ा परिवर्तन

मंत्री ने कहा कि यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगी। अब वहां के बच्चों को भी शहर जैसी आधुनिक शिक्षा सुविधाएं मिलेंगी।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद

स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर से विद्यार्थी जेईई, नीट और अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकेंगे। उन्हें ऑनलाइन टेस्ट, प्रश्नपत्र और अध्ययन सामग्री आसानी से उपलब्ध होगी।

शिक्षक भी होंगे लाभान्वित

इस पहल से केवल विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि शिक्षक भी लाभान्वित होंगे। डिजिटल संसाधनों के जरिए अध्यापन का स्तर बेहतर होगा और कक्षाओं में सक्रिय सहभागिता बढ़ेगी।

खेल और शिक्षा का संगम

समापन अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा, “जीवन स्वयं एक खेल है, जिसमें हार और जीत दोनों का महत्व है। विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी समान रुचि रखें, क्योंकि खेल अनुशासन और जीवन जीने का उत्साह सिखाते हैं।”

कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने कहा कि शिक्षा का असली स्वरूप तभी पूर्ण होता है जब उसमें खेल, कला और संस्कृति का समावेश हो। विधायक श्री सुनील सोनी ने संस्कारों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि संस्कारवान विद्यार्थी ही आदर्श नागरिक बन सकते हैं।

भविष्य की ओर मजबूत कदम

श्री गजेंद्र यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल छत्तीसगढ़ को डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी। विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा बल्कि तकनीक और नवाचार में भी आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

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