बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तारबहार थाना क्षेत्र से फर्जी डिजिटल करेंसी कंपनी द्वारा लाखों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, होटल सेंट्रल प्वाइंट में हुई मीटिंग और ऑनलाइन प्रलोभनों के जरिए पांच निवेशकों से कुल 24 लाख 45 हजार रुपए हड़प लिए गए।
पीड़ित मनीराम पटेल और उनके साथियों ने पुलिस को बताया कि 24 जून 2025 को होटल सेंट्रल प्वाइंट में जफर इमाम, गंगाधर कुमार, दिलेश्वर मुंडा, आकाश कुमार और शुभम सिंह नामक आरोपियों ने खुद को ‘Yo Exchange (यो एक्सचेंज)’ कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए उन्हें निवेश के लिए राजी किया।
उच्च लाभ और विदेश यात्रा का झांसा
आरोपियों ने जूम मीटिंग और यूट्यूब वीडियो के जरिए भरोसा दिलाया कि निवेश पर ऊँचा मुनाफा मिलेगा। इतना ही नहीं, उन्होंने विदेश यात्रा जैसी सुविधाएं देने का भी वादा किया। लालच में आकर मनीराम पटेल ने 6.50 लाख, अक्षय कुमार ने 3.50 लाख, नेहल मिश्रा ने 5.75 लाख, रवि साहू ने 1.50 लाख और रामस्वरूप साहू ने 7.20 लाख रुपए निवेश कर दिए।
मोबाइल नंबर बंद कर फरार आरोपी
कुछ समय तक आरोपियों ने झूठा लाभ दिखाकर निवेशकों का भरोसा बनाए रखा, लेकिन बाद में पैसे लौटाने से साफ इंकार कर दिया। जब पीड़ितों ने अपने निवेश की रकम वापस मांगी, तो आरोपियों ने अपने मोबाइल नंबर बंद कर भागने का रास्ता अपना लिया।
पुलिस जांच में जुटी
पीड़ितों ने सामूहिक रूप से तारबहार थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी गई है और सभी पीड़ितों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि डिजिटल करेंसी और हाई-रिटर्न स्कीम के नाम पर हो रही ऐसी ठगी से निवेशकों को सावधान रहना चाहिए। पुलिस ने भी आम जनता को चेतावनी दी है कि किसी भी अवैध या बिना पंजीकृत निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले पूरी तरह जांच-पड़ताल करें।
