भिलाई। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) भिलाई के विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग (UTD) में दशहरा अवकाश को लेकर भेदभावपूर्ण निर्णय सामने आया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक दशहरा अवकाश घोषित किया है, लेकिन यह अवकाश केवल नियमित कर्मचारियों को प्रदान किया गया है।
इस आदेश से कंसल्टेंट, दैनिक वेतन भोगी और अनुबंध आधारित कर्मचारियों को बाहर रखा गया है। इससे विभाग में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों में गहरी नाराजगी और असंतोष फैल गया है।
कर्मचारियों का कहना है कि वे भी प्रवेश प्रक्रिया, परीक्षा संचालन, अकादमिक गतिविधियाँ, प्रशासनिक कार्य और वित्तीय व्यवस्थाओं में बराबरी से योगदान देते हैं। इसके बावजूद उन्हें न तो नियमित कर्मचारियों के समान वेतनमान का लाभ मिलता है और न ही अवकाश व सुविधाओं में समानता दिखाई देती है।
कर्मचारियों ने सवाल उठाया है कि एक ही विश्वविद्यालय प्रणाली के अंतर्गत संबद्ध निजी महाविद्यालयों में सभी वर्ग के कर्मचारियों को समान रूप से अवकाश प्रदान किया गया है, लेकिन विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग में अलग मानक क्यों अपनाए जा रहे हैं?
इस निर्णय को कर्मचारी न केवल असमानता की भावना मानते हैं बल्कि इसे प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल खड़े करने वाला भी बता रहे हैं।
कर्मचारियों ने शासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि UTD में कार्यरत सभी कर्मचारियों को दशहरा अवकाश का लाभ समान रूप से दिया जाए और भविष्य में इस प्रकार के भेदभावपूर्ण निर्णयों से बचा जाए।
