दुर्ग, 28 सितंबर 2025। जिले की पुलिस ने साइबर अपराध रोकथाम के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने म्यूल अकाउंट का उपयोग कर ऑनलाइन ठगी की रकम छिपाने और लाभ उठाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के खातों में ठगी से प्राप्त 99,794 रुपये, 4,36,200 रुपये और 98,000 रुपये जमा किए गए थे।
दुर्ग पुलिस लंबे समय से साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चला रही है। इसी कड़ी में एसीसीयू और थाना सुपेला पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन अलग-अलग प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा।
पहला मामला:
पुलिस को समन्वय पोर्टल से जानकारी मिली कि गनेश्वर दास मानिकपुरी (25 वर्ष), निवासी कॉन्ट्रेक्टर कॉलोनी सुपेला भिलाई ने बैंक ऑफ इंडिया सुपेला शाखा में खाता खुलवाकर ऑनलाइन ठगी की रकम 99,794 रुपये जमा किए। आरोपी के खिलाफ थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 1148/25 धारा 317(2), 318(4) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
दूसरा मामला:
इसी तरह अमनदीप सिंह (19 वर्ष), निवासी एलआईजी 20/16 जवाहर नगर सुपेला भिलाई के खाते में साइबर ठगी से प्राप्त 4,36,200 रुपये जमा हुए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अपराध क्रमांक 1149/25 धारा 317(2), 318(4) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया।
तीसरा मामला:
तीसरे आरोपी विवेक अवचट (24 वर्ष), निवासी चिंगरीपारा नेहरू भवन सुपेला के खाते में 98,000 रुपये की ठगी रकम जमा हुई थी। इस पर थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 1151/25 धारा 317(2), 318(4) बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार आरोपी:
- गनेश्वर दास मानिकपुरी, उम्र 25 वर्ष, निवासी कॉन्ट्रेक्टर कॉलोनी सुपेला, भिलाई
- अमनदीप सिंह, उम्र 19 वर्ष, निवासी एलआईजी 20/16 जवाहर नगर सुपेला, भिलाई
- विवेक अवचट, उम्र 24 वर्ष, निवासी चिंगरीपारा नेहरू भवन सुपेला
पुलिस का संदेश:
दुर्ग पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अपने बैंक खाते किसी और को न दें और संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का कहना है कि म्यूल अकाउंट्स के जरिए ऑनलाइन ठगी को बढ़ावा मिलता है और ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
