कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हुए कटघोरा गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। शनिवार को पुलिस ने इस वारदात के मास्टरमाइंड शक्ति सिंह उर्फ शक्ति दास को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया। शक्ति भाजपा के कोसाबाड़ी मंडल का पदाधिकारी है। पुलिस ने उसके सहयोगी बबलू को भी पकड़ा है।
यह घटना कथित लव जिहाद विवाद से उपजी थी, जिसमें प्रेमी जोड़े के भागने और निकाह करने के बाद तनाव गहराया था। बताया जाता है कि शक्ति ने ही यूपी से भाड़े के शूटर बुलवाकर बुधवार रात को गोली चलवाई थी। इस मामले में अब तक कुल 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुंबई से लौटकर रायपुर में छिपा था शक्ति
एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि वारदात के बाद शक्ति मुंबई भाग गया था। वहां से लौटकर रायपुर आया, जहां पुलिस ने मुखबिर तंत्र और तकनीक की मदद से उसे धर दबोचा। इससे पहले पुलिस मानिकपुर के रहने वाले हर्ष और आशीष जांगड़े, और यूपी से बुलाए गए शूटर दुर्गेश पांडेय को गिरफ्तार कर चुकी है।
कथित लव जिहाद से उपजा विवाद
यह पूरा मामला कटघोरा के कासनिया मोड़ का है। इस साल अप्रैल में एक प्रेमी जोड़ा घर से भागकर कोलकाता की मस्जिद में निकाह कर लिया था। युवती बालिग थी और उसने लड़के के साथ रहने की इच्छा जताई थी। हालांकि हाई कोर्ट ने शादी को अवैध करार देते हुए रजिस्ट्री कराने का आदेश दिया था। फिलहाल युवती सखी केंद्र में रह रही है और चार महीने की गर्भवती है। इस विवाह का स्थानीय हिंदूवादी संगठनों ने विरोध किया था और इसे लव जिहाद बताया था।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
शक्ति की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें आरोपी शक्ति कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन को गुलदस्ता भेंट करते नजर आ रहा है। बैज ने लिखा, “भाजपा अपराधियों को संरक्षण दे रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के शासन में सुपारी किलिंग और गन कल्चर आम हो गया है।”
पुलिस की जांच जारी
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ चल रही है और इस पूरे षड्यंत्र में और नाम सामने आ सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि शक्ति की गिरफ्तारी इस मामले में बड़ा सुराग खोलेगी और इससे जुड़े अन्य चेहरों का भी पर्दाफाश होगा।
