तमिलनाडु में विजय की रैली में भगदड़: 34 की मौत, 46 घायल, भीड़ काबू से बाहर

चेन्नई/करूर, 27 सितंबर। तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता-से-राजनीतिज्ञ बने तमिलगा वेत्त्रि कझगम (TVK) प्रमुख विजय की रैली के दौरान बड़ा हादसा हो गया। भारी भीड़ के बीच मची भगदड़ में 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि 46 लोग घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विजय के कार्यक्रम में लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। उनकी आगमन में करीब 6 घंटे की देरी हुई, इसी दौरान गर्मी और भीड़ के दबाव से कई लोग बेहोश होकर गिरने लगे। अचानक पीछे से धक्का-मुक्की शुरू हुई और भगदड़ मच गई।

हादसे के बाद वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। घायल लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोशल मीडिया पर दुख जताते हुए तत्काल राहत और चिकित्सा सुविधाओं के निर्देश दिए। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

यह पहली बार नहीं है जब विजय की रैली भीड़ प्रबंधन को लेकर विवादों में आई हो। इससे पहले त्रिची की रैली में भी उनकी यात्रा के दौरान छह घंटे का ट्रैफिक जाम लगा था। पुलिस ने सुरक्षा कारणों से कई शर्तें लगाई थीं, लेकिन अधिकतर शर्तों की अनदेखी की गई।

मद्रास हाईकोर्ट ने भी हाल ही में टिप्पणी की थी कि यदि किसी रैली में हादसा होता है तो जिम्मेदारी पार्टी प्रमुख विजय पर भी आएगी। करूर की यह त्रासदी अब यही सवाल खड़ा करती है कि आखिर इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में चूक कैसे हुई? क्या विजय की देरी से भीड़ का धैर्य टूटा? और क्या प्रशासन पहले से मिले चेतावनियों को गंभीरता से ले पाया?