राजनांदगांव/भिलाई, 27 सितंबर। मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए निकली आस्था यात्रा उस समय मातम में बदल गई, जब श्रद्धालुओं के जत्थे को तेज रफ्तार काली थार ने कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में भिलाई की मेधावी छात्रा महिमा साहू की मौके पर ही मौत हो गई। महिमा न सिर्फ 12वीं की टॉपर थी, बल्कि उसका सपना कलेक्टर बनने का था। फिलहाल वह अपने परिवार की मदद के लिए डाकघर में अस्थायी नौकरी कर रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा सुबह लगभग 8 बजे सोमनी के पास हुआ। जयकारों और भक्ति गीतों के बीच अचानक आई थार ने भीड़ को चीर दिया। महिमा गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर तड़पती रही। उसके शरीर से खून बहता रहा और हड्डियां बुरी तरह टूट गईं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्घटना के बाद कार सवार युवक टोल नाके पर 500 रुपये देकर भाग निकले। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि वाहन एक प्रभावशाली परिवार से जुड़ा हुआ है और आरोपी को बचाने के लिए एक फर्जी ड्राइवर पेश किया गया।
महिमा की असामयिक मौत ने पूरे भिलाई और राजनांदगांव को झकझोर दिया है। परिवार ने रो-रोकर कहा कि “बेटी ने दिन-रात मेहनत करके 12वीं में टॉप किया था। उसका सपना था कि IAS बने और जिले का नाम रोशन करे।”
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है। वे मांग कर रहे हैं कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए और इस घटना को दबाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
