कल्याण/डोंबिवली: ठाणे जिले के डोंबिवली में मंगलवार को तबषण भड़क उठा जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रकाश ‘मामा’ पगारे ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मॉर्फ्ड तस्वीर साझा कर दी। तस्वीर में पीएम मोदी को साड़ी पहने दिखाया गया था, जिसके साथ एक आपत्तिजनक गाने का इस्तेमाल भी किया गया।
73 वर्षीय पगारे, जो उल्हासनगर क्षेत्र में बेबाक बोलने के लिए जाने जाते हैं, की इस पोस्ट ने बीजेपी समर्थकों का गुस्सा भड़का दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे “देश के सर्वोच्च नेतृत्व का अपमान” बताया और सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया। हालात तब और बिगड़ गए जब प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पगारे को जबरन बुलाकर खुद ही साड़ी पहनाई और विरोध जताया।
बीजेपी के कल्याण जिला अध्यक्ष नंदू परब ने इस घटना के बाद कहा, “प्रधानमंत्री की ऐसी अपमानजनक तस्वीरें पोस्ट करना बेहद निंदनीय और अस्वीकार्य है। अगर हमारे नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश दोहराई गई, तो बीजेपी और सख्त जवाब देगी।”
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने इस घटनाक्रम की कड़ी निंदा की और बीजेपी पर हमला बोला। कल्याण जिला कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पोते ने कहा, “पगारे 73 साल के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं। अगर उन्होंने कोई आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी तो बीजेपी का काम था कि वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराते। लेकिन उन्होंने पगारे को गुमराह कर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। यह लोकतांत्रिक अधिकार—अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता—पर सीधा हमला है।”
पोते ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी समर्थक आए दिन कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालते हैं, लेकिन कांग्रेस ने कभी उनकी तरह प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने मांग की कि पुलिस इस मामले में हस्तक्षेप कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
डोंबिवली की यह घटना अब राज्य राजनीति में बड़े विवाद का रूप ले चुकी है। जहां बीजेपी इसे प्रधानमंत्री के सम्मान से जुड़ा मामला बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक अधिकारों और असहिष्णु राजनीति पर हमला करार दे रही है।
