रायपुर, 24 सितंबर 2025।
छत्तीसगढ़ राज्य कर (जीएसटी) विभाग ने एक बड़े अवैध गुटखा निर्माण और टैक्स चोरी मामले में आरोपी गुरुमुख जुमनानी को गिरफ्तार किया है। जुमनानी पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी का आरोप है, जबकि विभागीय जांच में यह राशि बढ़कर 100 करोड़ रुपये तक पहुँचने की संभावना बताई जा रही है।
जांच और गिरफ्तारी की जानकारी:
जानकारी के अनुसार, जुमनानी ने बिना जीएसटी पंजीकरण के वर्षों तक ‘सितारा’ ब्रांड के नाम से गुटखा बनाकर कर चोरी की। विभाग ने 25 और 27 जून 2025 को दुर्ग और राजनांदगांव स्थित उनके कारखानों में छापेमारी की। छापेमारी में 15 मशीनों से गुटखा निर्माण चल रहा था और दो करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का कच्चा माल बरामद हुआ। इसके बावजूद समन जारी करने के बाद भी जुमनानी दो माह तक पेश नहीं हुए।
जांच में यह भी सामने आया कि जुमनानी ने अप्रैल 2021 से जून 2025 तक लगातार अपने संचालन स्थल बदलते रहे। भान ममदी, टेकपारी, मंसूरवासी फैक्ट्री, पाटन, हॉस्पिटल जोरा और गोगांव में वह संचालन करते रहे ताकि सरकारी एजेंसियों को चकमा दे सकें।
डेढ़ करोड़ का गुटखा जब्त
विभाग ने बताया कि जुमनानी के बेटे सागर के नाम पर कोनारी (दुर्ग) में सुपारी गोदाम चलाया जाता था। सुपारी को गुटखा निर्माण के लिए रखा जाता, लेकिन विक्रय दिखाकर टैक्स चोरी की जाती थी। सुपारी पर 5% जीएसटी लागू होती है जबकि गुटखा पर 28% + 204% सेस। फरवरी-मार्च 2024 में दुर्ग-राजनांदगांव छापे में कच्चा माल जब्त कर 50 करोड़ रुपये का टैक्स और पेनल्टी आकलन किया गया। इसके अलावा, छह महीने पूर्व खाद्य विभाग ने दुर्ग में 1.5 करोड़ रुपये मूल्य का गुटखा जप्त किया था।
विभाग की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
जुमनानी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जीएसटी आयुक्त ने कहा कि यह कार्रवाई राज्य में कर चोरी रोकने और अवैध गुटखा उद्योग पर नियंत्रण का हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से अवैध गुटखा नेटवर्क को बड़ा झटका लगेगा और टैक्स चोरी पर रोक लगेगी।
