नई दिल्ली। राजधानी में पुलिस ने माया गैंग के सरगना सागर alias माया को गिरफ्तार किया है। इस गैंग के सदस्यों की पहचान सिर्फ हथियारों से नहीं बल्कि उनके टैटू से भी होती थी। हर सदस्य ने अपने शरीर पर बॉलीवुड फिल्म से प्रेरित “मौत” शब्द का टैटू बनवाया था, जो गैंग के आदर्श वाक्य “माया, मौत का दूसरा नाम” को दर्शाता है।
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात लगभग 11.45 बजे एक विशेष टास्क फोर्स टीम को कलिंदी कुंज के पास माया गैंग के सरगना की हलचल की सूचना मिली। सारिता विहार लूप के पास इंस्पेक्टर शिव कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने जाल बिछाया।
सूत्रों के मुताबिक, सूचना देने वाले ने एक व्यक्ति को स्कूटी पर सारिता विहार फ्लाईओवर की ओर आते देखा। जब पुलिस ने उसे रुकने का संकेत दिया, तो आरोपी ने उच्च गति से भागने की कोशिश की। इसके बाद मुठभेड़ हुई और सागर ने अपनी स्कूटी छोड़कर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। गोली उसके दाहिने पैर में लगी और उसे तुरंत हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
पुलिस ने उसके कब्जे से 1.32 बोर सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और तीन खाली कारतूस बरामद किए। स्कूटी चोरी की पाई गई।
सागर, जो अमर कॉलोनी, नीम चौक का निवासी है, पर 20 से अधिक मामलों में नाम दर्ज है, जिसमें लूट, छीना-झपटी, पुलिस पर फायरिंग और आर्म्स एक्ट उल्लंघन शामिल हैं। वह हाल ही में 20 सितंबर को हुई आर्म्ड रॉबरी में भी शामिल था, जिसमें एक स्कूल फुटबॉल खिलाड़ी और उसका कजिन घायल हुए थे।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सागर का बॉलीवुड के एक पात्र माया से आकर्षण ही इस गैंग के गठन की वजह बना। वह अक्सर सुरक्षा शुल्क वसूलने और सोशल मीडिया पर पिस्टल-चाकू दिखाने के लिए जाना जाता था।
पुलिस ने बताया कि सागर क्षेत्र में एक सक्रिय अपराधी था और अब गैंग को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
