नई दिल्ली, 21 सितम्बर 2025।
आम जनता के लिए बड़ी राहत की खबर है। सोमवार से देशभर में दवाइयों की कीमतें औसतन 6.5 प्रतिशत तक कम हो जाएंगी। कारण है— जीएसटी दरों में कटौती का लाभ अब सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाएगा।
इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस (IPA) के महासचिव सुदर्शन जैन ने बताया कि ज्यादातर दवाओं पर पहले 12% जीएसटी लगता था, जिसे घटाकर अब 5% कर दिया गया है। यही वजह है कि कीमतों में सीधी कमी देखने को मिलेगी।
सबसे बड़ी राहत उन मरीजों को मिलेगी जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। कैंसर, जेनेटिक व दुर्लभ बीमारियों और हृदय रोगों की 36 जीवनरक्षक दवाओं को पूरी तरह जीएसटी मुक्त (0%) कर दिया गया है।
जैन ने बताया कि न सिर्फ दवाइयाँ बल्कि स्वास्थ्य व जीवन बीमा प्रीमियम, ग्लूकोमीटर और दृष्टिदोष सुधारने वाले चश्मों पर भी टैक्स संरचना को सरल और तर्कसंगत बनाया गया है।
मोरेपेन लैब्स और बोहरिंगर इंगेलहाइम इंडिया जैसी दवा कंपनियों ने भी साफ किया है कि वे जीएसटी कटौती का पूरा फायदा मरीजों तक पहुँचाएँगी। मोरेपेन लैब्स के चेयरमैन सुशील सूरी ने कहा कि “मेडिकल बिलों में 6-7% तक की कमी आएगी।”
रसायनों और दवा दुकानों की तैयारी
ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) ने देशभर में अपनी 12.5 लाख दुकानों और वितरकों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
संयुक्त सचिव वैजनाथ जगुष्टे ने कहा कि संशोधित मूल्य सूची सभी फार्मेसियों तक पहुँचा दी गई है। साथ ही जागरूकता पोस्टर भी लगवाए जा रहे हैं ताकि उपभोक्ता सीधे लाभ देख सकें।
लाभ की सीमा 4.77% से लेकर 10.72% तक अलग-अलग दवाओं पर रहेगी, इस पर निर्भर करेगा कि जीएसटी में कितनी कटौती हुई है।
मानवीय पहलू
फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे दिल्ली निवासी रामकिशोर गुप्ता (बदला हुआ नाम) कहते हैं,
“हर महीने इलाज में लाखों रुपये लगते हैं। सरकार का यह फैसला हमारे जैसे परिवारों के लिए उम्मीद की नई किरण है।”
