नई दिल्ली, 21 सितम्बर 2025।
सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुरुषोत्तम एक्सप्रेस (पुरी–दिल्ली) के प्रथम एसी कोच में सफर कर रहा एक परिवार रेलवे की चादरें और तौलिए चोरी करते हुए पकड़ा गया।
वीडियो में देखा जा सकता है कि प्लेटफॉर्म पर ट्रैवलिंग टिकट एग्ज़ामिनर (TTE) और रेलवे स्टाफ ने महिला और दो पुरुषों वाले इस परिवार को रोका। एक रेलवे अटेंडेंट ओड़िया भाषा में कहता सुनाई देता है—
“सर, देखिए इन बैगों से चादर और कंबल निकल रहे हैं। चार सेट मिले हैं, या तो वापस कर दीजिए या ₹780 दीजिए।”
शर्मिंदगी के बाद यात्रियों ने सामान लौटा दिया। परिवार के एक सदस्य ने सफाई दी कि शायद उनकी मां ने गलती से चादरें पैक कर दी हों, लेकिन रेलवे कर्मचारी इस दलील से संतुष्ट नहीं दिखे।
टीटीई ने चेतावनी दी कि मामला रेल अधिनियम के तहत आगे बढ़ सकता है।
जनता की नाराज़गी
वीडियो के सामने आने के बाद इंटरनेट पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। नेटिज़न्स ने इसे “शर्मनाक” और “घिनौना” कृत्य बताया। कई लोगों ने दोषियों पर आजीवन रेल यात्रा प्रतिबंध की मांग की।
एक यूज़र ने लिखा—
“पहले एसी में यात्रा करना गर्व की बात है, लेकिन चादर चोरी करना सोच का दिवालियापन है।”
दूसरे ने कहा—
“ये आदत अमीरी–गरीबी से नहीं जुड़ी, बल्कि आदत और संस्कार से जुड़ी है।”
कई लोगों ने यह भी कहा कि भले ही सामान लौटा दिया गया, लेकिन जुर्माना और कड़ी सज़ा ज़रूरी है ताकि ऐसी हरकतें दोहराई न जाएं।
रेलवे की प्रतिक्रिया
रेल मंत्रालय की आधिकारिक सेवा Railway Seva ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा—
“आवश्यक कार्रवाई के लिए मामले को संबंधित अधिकारियों तक पहुँचाया गया है।”
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे लंबी दूरी की एसी और स्लीपर श्रेणी के यात्रियों को कंबल और चादर उपलब्ध कराता है, जो यात्रा के अंत में लौटाना अनिवार्य होता है।
