नई दिल्ली, 21 सितम्बर 2025।
देश आज रात 12 बजे एक ऐतिहासिक कर सुधार का साक्षी बनने जा रहा है। चार स्लैब वाले जीएसटी (GST) ढांचे को सरल बनाकर दो स्लैब में बदला जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “बचत उत्सव” और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में पहला बड़ा कदम बताया।
रविवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा—
“गर्व से कहो यह स्वदेशी है और मैं स्वदेशी खरीदता और बेचता हूँ।” उन्होंने अपील की कि हर भारतीय विदेशी वस्तुओं की जगह देशी उत्पाद अपनाए, जिससे छोटे कारोबार और एमएसएमई (MSME) क्षेत्र को नई ताकत मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि इस सुधार से आम परिवारों की जेब में सालाना करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। कई रोज़मर्रा की चीज़ें जो पहले 12% टैक्स स्लैब में आती थीं, अब सिर्फ 5% पर उपलब्ध होंगी।
उन्होंने इसे सरकार की “नागरिक देवो भव” नीति से जोड़ा और कहा कि उनकी सरकार ने बीते 11 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है। आयकर में 12 लाख रुपये तक की छूट और जीएसटी सरलीकरण, मध्यमवर्ग और नवमध्यमवर्ग दोनों के लिए “डबल बोनस” है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 2017 में जीएसटी लाने का फैसला लंबी चर्चा और राज्यों की सहमति के बाद हुआ था। अब अगला कदम देश को आत्मनिर्भर बनाने का है।
“नवरात्रि के पहले ही दिन देश आत्मनिर्भरता की ओर पहला कदम रख रहा है।”
उन्होंने कारोबारियों और उद्योग जगत से अपील की कि भारत की समृद्धि की नींव हमेशा से कारीगरी और निर्माण रही है, और यही MSME क्षेत्र भारत को फिर से विश्वस्तरीय पहचान दिला सकता है।
