न्यायधानी, सरकंडा: नगर निगम जोन 08 के लंबे समय से काम कर रहे कर्मचारियों ने वेतन न मिलने की समस्या को लेकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 15-20 वर्षों से वे क्षेत्र में पानी के नल खोलने और बंद करने का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नियमित वेतन नहीं मिल रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि पहले पार्षद कभी-कभी काम के खर्च के लिए थोड़ी-सी राशि देते थे, लेकिन अब यह सुविधा भी बंद हो चुकी है। जब पंप या मोटर में कोई तकनीकी समस्या आती है, तो कर्मचारियों को उसे ठीक करने के लिए बुलाया जाता है, लेकिन उन्हें न तो पूरा वेतन मिलता है और न ही उनके काम का उचित भुगतान होता है।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा उन्हें बताया जाता है कि उनका वेतन हर महीने आ रहा है, लेकिन असल में यह वेतन किसे दिया जा रहा है, यह स्पष्ट नहीं है। उनका कहना है कि उन्हें उनके अधिकार का वेतन नहीं मिल रहा, जबकि वे वर्षों से ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं।
नगर निगम जोन कमिश्नर विवाह सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया और इस गंभीर मामले पर कोई टिप्पणी नहीं दी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कर्मचारियों के साथ यह अन्याय है और प्रशासन को तुरंत इस समस्या का समाधान करना चाहिए। कर्मचारियों की मांग है कि वेतन भुगतान में पारदर्शिता लाई जाए और लंबे समय से चली आ रही यह समस्या जल्द से जल्द समाप्त हो।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलेगा, तो इससे नल और पंप जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के संचालन में भी बाधा आ सकती है, जो पूरे क्षेत्र की पानी की व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है।
नगर निगम जोन 08 के कर्मचारियों की यह समस्या केवल उनके व्यक्तिगत अधिकारों की ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की बेहतर सेवा की दृष्टि से भी गंभीर है।
