दुर्ग। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग के मार्गदर्शन में 19 सितंबर 2025 को प्राधिकरण के सचिव द्वारा पैरालीगल वॉलेंटियर्स को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य वॉलेंटियर्स को उनकी जिम्मेदारियों और कार्यप्रणाली के प्रति संवेदनशील एवं सक्षम बनाना था।
कार्यक्रम में सचिव ने बताया कि पैरालीगल वॉलेंटियर्स विधिक सेवा प्राधिकरण और आमजन के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने वॉलेंटियर्स को महिला सशक्तिकरण, बाल संरक्षण, साइबर अपराध रोकथाम और घरेलू हिंसा जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
प्रशिक्षण सत्र में प्रमुख बिंदु निम्नलिखित रहे:
- जनजागरूकता की भूमिका: आमजन तक विधिक अधिकारों, योजनाओं और कल्याणकारी नीतियों की जानकारी पहुँचाना।
- महिला एवं बाल संरक्षण: घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, बाल विवाह, बाल श्रम और साइबर अपराध से जुड़ी जागरूकता।
- मध्यस्थता एवं लोक अदालतें: विवादों के त्वरित और किफायती समाधान के लिए प्रेरित करना।
- आरटीआई एवं विधिक सहायता योजनाएँ: सूचना का अधिकार अधिनियम और निःशुल्क विधिक सहायता योजनाओं की जानकारी।
- फील्ड विजिट एवं रिपोर्टिंग: गाँव-गाँव जाकर विधिक जानकारी देना और प्राधिकरण को रिपोर्ट प्रस्तुत करना।
प्रशिक्षण के अंत में सचिव ने कहा, “पैरालीगल वॉलेंटियर्स समाज के वंचित, जरूरतमंद और शोषित वर्ग के लिए विधिक जागरूकता के वाहक बनें और ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वॉलेंटियर्स उपस्थित रहे और उन्होंने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायक बताया।
