टालिन/ब्रसेल्स। यूरोप में तनाव एक बार फिर गहराता दिख रहा है। शुक्रवार को एस्टोनिया की हवाई सीमा में रूस के तीन मिग-31 लड़ाकू विमान घुस आए, जो करीब 12 मिनट तक एस्टोनिया के आकाश में रहे। यह घटना बाल्टिक क्षेत्र के गल्फ ऑफ़ फ़िनलैंड के पास हुई। नाटो ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए इटली के तैनात एफ-35 विमानों को रवाना किया और रूसी विमानों को खदेड़ दिया।
नाटो प्रवक्ता एलिसन हार्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज रूसी विमानों ने एस्टोनिया की हवाई सीमा का उल्लंघन किया। नाटो ने तत्काल प्रतिक्रिया देकर उन्हें इंटरसेप्ट किया। यह रूस के लापरवाह व्यवहार का ताज़ा उदाहरण है और नाटो की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को दर्शाता है।”
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीली ने भी रूस की इस हरकत की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “यह पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार है जब रूस ने नाटो सदस्य देशों की हवाई सीमा का उल्लंघन किया है। पुतिन की आक्रामकता केवल नाटो की एकजुटता और यूक्रेन के समर्थन को और मजबूत कर रही है।”
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने भी एस्टोनिया के समर्थन में कहा कि यूरोप रूस की इन उकसाने वाली कार्रवाइयों का सामना करेगा। उन्होंने शुक्रवार को रूस पर 19वें प्रतिबंध पैकेज का प्रस्ताव भी सदस्य देशों के सामने रखा।
एस्टोनिया की पूर्व प्रधानमंत्री और मौजूदा यूरोपीय संघ की राजनयिक काजा काल्लास ने इस घटना को “बेहद खतरनाक उकसावा” बताया। उन्होंने कहा, “पुतिन पश्चिम की इच्छाशक्ति को परख रहे हैं। हमें किसी भी स्थिति में कमजोरी नहीं दिखानी चाहिए।”
पिछले दो हफ्तों में पोलैंड और रोमानिया के बाद यह तीसरी बार है जब रूस ने यूरोपीय संघ की हवाई सीमा का उल्लंघन किया है। लगातार हो रही इन घटनाओं से यूरोप में सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई जा रही है।
