दुर्ग, 17 सितम्बर 2025। दुर्ग जिला अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। चूहा मार दवा खाने के बाद भर्ती 23 वर्षीय युवक प्रभाष सूर्या की मौत इंजेक्शन लगाए जाने के कुछ देर बाद हो गई। घटना के बाद परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।
मां ने सुनाई दर्दनाक कहानी
मृतक की मां पूजा सूर्या ने बताया कि मंगलवार दोपहर बेटे ने चूहा मार दवा खा ली थी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रातभर उसकी हालत स्थिर रही और वह उनसे लगातार बातचीत करता रहा। लेकिन बुधवार सुबह अचानक हालात बिगड़े और उल्टी कराने के लिए दिया गया इंजेक्शन उसकी जिंदगी पर भारी पड़ गया।

गलत इलाज का आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया कि इंजेक्शन लगने के कुछ ही मिनटों में प्रभाष की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि अगर डॉक्टरों ने सही समय पर उचित इलाज किया होता तो बेटे की जान बच सकती थी। मृतक के भाई निखिल सूर्या ने बताया कि इंजेक्शन लगाने के बाद जिम्मेदार स्टाफ मौके से गायब हो गया और डॉक्टर मृतक का नाम तक सही से बताने से कतराते रहे।
अस्पताल प्रशासन और राजनीति भी हुई सक्रिय
घटना के बाद अस्पताल में तनाव का माहौल बन गया। OPD सेवाएं बाधित हो गईं और परिजनों के गुस्से को शांत कराने के लिए पूर्व विधायक अरुण वोरा मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात कर उन्हें शांत करने की कोशिश की।
उधर, अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। हालात को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
