रायपुर, 14 सितम्बर 2025।
कांकेर जिले के नरहरपुर में आज परंपरा, संस्कृति और उत्साह का अनूठा संगम देखने को मिला। आदिवासी समाज द्वारा आयोजित ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शामिल होकर आदिवासी समाज के देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
विशाल जनसमूह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि “आदिवासी समाज की परंपराएँ हमारी पहचान और शक्ति हैं। इन्हें आगे बढ़ाना और संरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।” उन्होंने नवाखाई पर्व की शुभकामनाएँ भी दीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी उपस्थित रहे। मुंडा ने आदिवासी समाज की विशिष्ट पहचान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपनी जड़ों को सहेजते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति सजग रहना बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नरहरपुर और आसपास के क्षेत्र के लिए कई विकास कार्यों की सौगात दी।
- 30 करोड़ की लागत से बागोड़ एनीकट का निर्माण
- 132 केवी विद्युत सब स्टेशन की स्थापना (30 करोड़ रुपये)
- मावा मोदोल लाइब्रेरी हेतु 20 लाख रुपये
- ग्राम ढोढ़रापहार में गोंडवाना सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपये
- नरहरपुर में मोबाइल टॉवर की स्थापना
- सर्वसुविधायुक्त विश्राम गृह निर्माण के लिए 80 लाख रुपये
- गोंडवाना समाज के 12 मुड़ा क्षेत्रों में टीन शेड निर्माण हेतु कुल 1 करोड़ 20 लाख रुपये
- जंगोरायतार इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए सहयोग

मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में प्रदेश में शिक्षा, रोजगार और आदिवासी विकास के लिए उठाए जा रहे कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि नई उद्योग नीति से बस्तर और सरगुजा के युवाओं को अधिकतम लाभ मिलेगा। उन्होंने माओवाद के खात्मे के संकल्प को भी दोहराया और कहा कि “31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूर्ण अंत किया जाएगा।”
इस कार्यक्रम में सांसद श्री भोजराज नाग, विधायकगण श्री आशाराम नेताम, श्री नीलकंठ टेकाम और श्री विक्रम उसेंडी सहित वन मंत्री श्री केदार कश्यप तथा गोंडवाना समाज के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। पूरे मैदान में मांदर की थाप, गीत-संगीत और जयघोष के बीच आदिवासी परंपरा का रंग देखते ही बनता था।
