रायपुर, 13 सितम्बर 2025। राजधानी रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय डेंटल कॉन्फ्रेंस 2025 का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि “मानव की मुस्कान सबसे कीमती है और उसे सुरक्षित रखने तथा सहेजने में दंत चिकित्सकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की 3 करोड़ जनता के आरोग्य के साथ हम विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और दूरस्थ अंचलों तक पहुँचाने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने दंत चिकित्सा से जुड़े नवीन उपकरणों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और डेंटल एसोसिएशन की वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी किया। उन्होंने चिकित्सकों से आह्वान किया कि मुँह और दाँत से जुड़ी बीमारियों के बढ़ते मामलों पर जनजागरूकता अभियान चलाएँ।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संसदीय कार्यकाल की स्मृतियाँ साझा करते हुए बताया कि कैसे छत्तीसगढ़ को एम्स की ऐतिहासिक सौगात मिली। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज स्थापित हो चुके हैं और ‘छत्तीसगढ़ विजन 2047’ के तहत प्रदेश को 75 लाख करोड़ की जीएसडीपी तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाई जा रही हैं। सुकमा का चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र एनक्यूएएस सर्टिफिकेट प्राप्त करने का उदाहरण है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, 12 नर्सिंग कॉलेज और पाँच फिजियोथैरेपी कॉलेज भी स्थापित किए जा रहे हैं।
कॉन्फ्रेंस में इंडियन डेंटल एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार, पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह, चेयरमैन डॉ. वैभव तिवारी सहित देशभर से आए दंत चिकित्सक शामिल हुए।
