बीजापुर, 9 सितंबर 2025। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आठ माह पुराने पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर प्रशासन ने यह साफ संदेश दिया है कि कानून के खिलाफ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।
1 जनवरी 2025 को हुए इस हत्या कांड ने पूरे पत्रकार समुदाय और समाज के सभी वर्गों को झकझोर दिया था। घटना के बाद पत्रकारों ने आरोपित के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई थी।
प्रशासन ने पहले ही सुरेश चंद्राकर के फॉरेस्ट लैंड पर बने प्लांट को ध्वस्त कर दिया था। अब 8 सितंबर को राजस्व और नगर पालिका के संयुक्त अमले ने उसके फार्महाउस और अन्य अवैध ठिकानों पर कार्रवाई शुरू की। बुलडोजर कार्रवाई के दौरान भारी सुरक्षा बल तैनात रहे।
पुलिस और प्रशासन का संदेश
पुलिस ने हत्या के तुरंत बाद क्राइम सीन को सील किया था। अब अवैध अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन ने दोहराया कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।

क्या था मामला?
बीजापुर जिले में 1 जनवरी 2025 को युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को 5 जनवरी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था। वह और उसके दो सहयोगी अब तक जेल में बंद हैं। पत्रकारों और नागरिक समाज ने इस केस में लगातार सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
आठ माह बाद हुई बुलडोजर कार्रवाई ने न केवल पत्रकार समुदाय को न्याय की उम्मीद दी है, बल्कि यह भी संदेश दिया है कि प्रशासन अपराधियों और उनके अवैध साम्राज्य पर लगातार शिकंजा कस रहा है।
