ज़ेलेंस्की ने किया ट्रंप की टैरिफ नीति का समर्थन, भारत पर भी बढ़े शुल्क; कहा– “रूस की ऊर्जा है पुतिन का हथियार”

कीव, 08 सितंबर 2025// यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस नीति का समर्थन किया है जिसके तहत रूस से ऊर्जा व्यापार करने वाले देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जा रहा है। इस दायरे में भारत भी शामिल है। ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी से बातचीत में कहा कि रूस की ऊर्जा ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का हथियार है और इसे रोकना जरूरी है।

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन देशों पर टैरिफ लगाना बिल्कुल सही कदम है जो अभी भी रूस से सौदे कर रहे हैं। यह पुतिन का हथियार है और हमें इसे छीनना होगा।”

ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में भारत पर 50% तक का आयात शुल्क लगा दिया है, जिसमें 25% अतिरिक्त ड्यूटी भारत की रूस से कच्चे तेल की खरीद पर लगाई गई है। भारत ने इसे “अनुचित और अन्यायपूर्ण” करार देते हुए विरोध दर्ज कराया है।

ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय देशों पर भी नाराज़गी जताई और कहा कि वे अब भी रूसी तेल और गैस खरीद रहे हैं, जो युद्ध को लंबा खींच रहा है। उन्होंने कहा, “अगर हमें पुतिन को रोकना है तो ऊर्जा खरीद बंद करनी होगी। यही एक तरीका है जिससे हत्यारे का हथियार छीन सकते हैं।”

अमेरिका-रूस संबंधों पर टिप्पणी करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा कि अलास्का में हुई ट्रंप-पुतिन मुलाकात से यूक्रेन को निराशा हुई। उन्होंने कहा, “ट्रंप ने पुतिन को वह दिया जो वह चाहता था—अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात। यह अफसोस की बात है कि यूक्रेन उस मंच पर मौजूद नहीं था।”

ज़ेलेंस्की ने पुतिन के मॉस्को आमंत्रण को ठुकराते हुए कहा, “वह कीव आ सकते हैं। मैं उस शहर (मॉस्को) नहीं जा सकता जिस समय मेरा देश मिसाइलों की चपेट में है।”

इस बीच, रविवार को रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और राजधानी कीव के सरकारी दफ्तरों में आग लग गई। हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया कि अमेरिका रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है।

ज़ेलेंस्की ने भरोसा जताया कि अमेरिका रूस के खिलाफ एक “मजबूत जवाब” देगा।

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