रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। गणेश पंडाल देखने गए एक नाबालिग लड़के के साथ पहले अनाचार किया गया और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। करीब 12 दिन लापता रहने के बाद 6 सितंबर को उसका शव कोटा गांव के बड़े तालाब के पास संदिग्ध स्थिति में मिला।
परिजनों की रिपोर्ट और जांच के आधार पर पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
गणेश पंडाल से लापता, फिर मिली दर्दनाक खबर
मृतक के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका बेटा 26 अगस्त की रात 8 बजे गणेश पंडाल देखने निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। 6 सितंबर को उसका शव मिलने पर मामले ने तूल पकड़ा। प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया।
एसएसपी ने बनाई विशेष टीम
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने एएसपी ग्रामीण कीर्तन राठौर, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल और एसीपी विधानसभा वीरेन्द्र चतुर्वेदी समेत एंटी क्राइम व साइबर यूनिट को तत्काल आरोपियों की तलाश में लगाया।
सीसीटीवी और मुखबिरों से खुला राज
संयुक्त टीम ने घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिर लगाए। जांच में पता चला कि मृतक को आखिरी बार विजय धीरज नामक युवक के साथ गणेश पंडाल के पास देखा गया था। कड़ाई से पूछताछ में विजय ने कबूल किया कि उसने अपने साथियों कुलदीप बंजारे और एक नाबालिग आरोपी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
अनाचार के बाद हत्या
पुलिस के अनुसार, विजय ने मृतक के साथ अनाचार किया और जब लड़के ने लोगों को बताने की धमकी दी, तो आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।
गिरफ्तार आरोपी
- विजय धीरज कुमार (24 वर्ष), निवासी ग्राम कोटा, तिल्दा नेवरा
- कुलदीप बंजारे (23 वर्ष), निवासी कोटा, तिल्दा नेवरा
- एक नाबालिग आरोपी
तीनों को गिरफ्तार कर बीएनएस की धारा 140(4), 61(2)(क) और पॉक्सो एक्ट की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह घटना न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके के लिए गहरी पीड़ा और चिंता का विषय है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक मूल्यों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
