जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप पर सर्किट हाउस में चतुर्थ वर्ग कर्मचारी से मारपीट और गाली-गलौज के आरोप ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। रविवार को शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटी ने नगर निगम मुख्यालय के सामने मंत्री का पुतला दहन कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि केदार कश्यप ने न केवल एक कर्मचारी का अपमान किया है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और जनभावनाओं का भी अपमान किया है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा – “ऐसे मंत्री को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। जनता के साथ किए गए इस व्यवहार को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।” वहीं, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने इसे भाजपा नेताओं का “असली चेहरा” बताते हुए कहा कि यदि मंत्री इस्तीफा नहीं देते तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन को और तेज करेगी।
सीएम ने किया बचाव
वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्री कश्यप का बचाव करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का दुष्प्रचार है। उन्होंने कहा, “मेरी केदार कश्यप से बात हुई है। ऐसा कोई मामला नहीं है। कांग्रेस चुनावी हार से बौखलाई हुई है और भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है।”
फिलहाल यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ चुका है और मंत्री के इस्तीफे की मांग लगातार तेज होती जा रही है।
