रायपुर, 06 सितंबर 2025।
राजधानी रायपुर के टाटीबंध स्थित एम्स रायपुर में आज प्रदेश के लिए ऐतिहासिक पल दर्ज हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मध्य भारत के किसी शासकीय स्वास्थ्य संस्थान में पहली बार स्थापित रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम ‘देव हस्त’ का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि मुख्यमंत्री साय ने स्वयं ‘देव हस्त’ पर पहला ड्राई लैब डिसेक्शन कर इस अत्याधुनिक तकनीक की औपचारिक शुरुआत की। उन्होंने इसे स्वास्थ्य सेवाओं में “नए युग की शुरुआत” बताते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे मध्य भारत के मरीजों को आधुनिक चिकित्सा का लाभ देगा।
🏥 परिजन निवास की सौगात
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि एम्स रायपुर परिसर में मरीजों के परिजनों के लिए सर्व-सुविधायुक्त परिजन निवास का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने कहा— “दूर-दराज से आने वाले मरीजों के परिजन किन कठिनाइयों का सामना करते हैं, मैं भली-भांति समझता हूं। सांसद रहते दिल्ली में मेरा घर ‘मिनी एम्स’ कहलाता था क्योंकि मैंने मरीजों और उनके परिजनों की मदद को जीवन का धर्म माना।”

🧑⚕️ डॉक्टरों के प्रति सम्मान और स्वास्थ्य विस्तार की दिशा
मुख्यमंत्री साय ने डॉक्टरों को “धरती पर भगवान का रूप” बताते हुए कहा कि ‘देव हस्त’ नाम का यह सिस्टम न केवल तकनीक का प्रतीक है बल्कि मानवीय संवेदनाओं का भी परिचायक है।
उन्होंने याद किया कि रायपुर एम्स की स्थापना के पीछे उनका व्यक्तिगत जुड़ाव रहा है। सांसद रहते उन्होंने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से छत्तीसगढ़ में एम्स की मांग की थी।
साय ने जानकारी दी कि—
- राज्य में 20 महीनों में 5 नए मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति मिली है।
- नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की क्षमता वाली मेडिसिटी का निर्माण कार्य जारी है।
- राज्य गठन के समय केवल 1 मेडिकल कॉलेज था, आज 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं।
उन्होंने आयुष्मान भारत योजना और वय वंदन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि अब गरीब और वरिष्ठ नागरिकों को महंगे इलाज से भी मुक्ति मिलेगी।
💡 आधुनिक सर्जरी का महत्व
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि “रोबोटिक सर्जरी चिकित्सा जगत में क्रांति ला रही है। इससे सर्जरी की गुणवत्ता और सफलता दर कई गुना बढ़ जाती है। जल्द ही रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी।”

🎖️ प्रतियोगिता विजेता को सम्मान
‘देव हस्त’ नामकरण प्रतियोगिता की विजेता सुश्री ज्योत्स्ना किराडू को मुख्यमंत्री ने ₹5,000 का पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर एम्स रायपुर निदेशक ले. जनरल (से.नि.) डॉ. अशोक जिंदल, विभागाध्यक्ष डॉ. देवज्योति मोहंती, बड़ी संख्या में चिकित्सा छात्र और गणमान्यजन मौजूद रहे।
