सोलापुर में अवैध मिट्टी खनन विवाद: डिप्टी सीएम अजीत पवार और IPS अधिकारी की बातचीत का वीडियो वायरल

मुंबई, 5 सितम्बर 2025।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और सोलापुर की एक आईपीएस अधिकारी के बीच हुई बातचीत का कथित वीडियो इस हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बताया जा रहा है कि यह घटना जिले के एक गांव में सड़क निर्माण के लिए अवैध मिट्टी खनन को लेकर हुई कार्रवाई से जुड़ी है।

घटना कैसे हुई?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एनसीपी कार्यकर्ता ने अजीत पवार से फोन पर संपर्क किया और फोन आईपीएस अधिकारी अंजली कृष्णा को थमा दिया। इस दौरान पवार ने कथित तौर पर अधिकारी से कहा कि वह अवैध खनन पर हो रही कार्रवाई रोक दें।

वीडियो में सुनाई देता है कि अधिकारी ने पवार की आवाज पहचानने में असमर्थता जताई और कहा— “मैं समझ रही हूं, लेकिन यह नहीं पहचान पा रही कि मैं डिप्टी सीएम से ही बात कर रही हूं। कृपया मेरे नंबर पर कॉल कीजिए।”

इस पर पवार का लहजा कथित तौर पर सख्त हो गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा—
“मैं आपको वीडियो कॉल करता हूं…तभी आप मेरा चेहरा पहचान पाओगे ना…इतनी हिम्मत है आपके अंदर?”

कार्रवाई रोकने का आदेश

वीडियो में आगे सुना गया कि पवार ने अधिकारी को निर्देश दिया—
“मैं आदेश देता हूं कि कार्रवाई रोक दी जाए और आप अपने ऑफिस लौट जाएं। तहसीलदार से कह दीजिए कि यह कार्रवाई डिप्टी सीएम के आदेश पर रोकी गई है।”

अधिकारी ने इस दौरान साफ किया कि कार्रवाई स्थानीय राजस्व विभाग की सिफारिश पर की जा रही है।

एनसीपी का बयान

घटना के बाद विपक्ष और सोशल मीडिया पर अजीत पवार की आलोचना होने लगी। हालांकि एनसीपी ने सफाई देते हुए दावा किया कि डिप्टी सीएम ने कार्रवाई रोकने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया।
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील टटकरे ने कहा—
“अजीत दादा ने शायद पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए अधिकारी को डांटा होगा। उनका उद्देश्य कार्रवाई को पूरी तरह रोकना नहीं था।”

राजनीतिक मायने

इस विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे नेता कानून-व्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं। वहीं, समर्थक इसे “पार्टी कार्यकर्ताओं को संभालने की सामान्य राजनीतिक प्रक्रिया” बता रहे हैं।

फिलहाल वायरल वीडियो की जांच और इसकी सत्यता की आधिकारिक पुष्टि बाकी है।