राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कार से सम्मानित होगा एनआईटी रायपुर-एफआईई, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई

रायपुर, 04 सितम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ की धरती से निकली नवाचार और उद्यमिता की प्रतिभाओं को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल होने जा रही है। एनआईटी रायपुर फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एफआईई) को चौथे भारत उद्यमिता शिखर सम्मेलन में राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन 13 सितम्बर को नई दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, संसद मार्ग पर होगा।

यह पुरस्कार एनआईटी रायपुर-एफआईई को छत्तीसगढ़ में अब तक 40 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने, उन्हें तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिए दिया जा रहा है। सम्मेलन का आयोजन भारतीय उद्यमी संघ (EAI) और एंटरप्राइजिंग जोन (EZ) द्वारा किया जा रहा है, जो भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इन्क्यूबेशन केंद्र है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर संस्थान को बधाई दी और कहा कि, “छत्तीसगढ़ में लगातार स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन मिल रहा है। यह पुरस्कार राज्य में तेजी से बदलते औद्योगिक माहौल और नवाचार को और बढ़ावा देगा। एनआईटी रायपुर-एफआईई का यह सम्मान पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। मुझे विश्वास है कि यह संस्था युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के साथ ही तकनीकी प्रगति में भी नई ऊँचाइयाँ हासिल करेगी।”

एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव ने कहा कि राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कार नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में संस्था की निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि एफआईई लगातार एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने में जुटा है, जिससे तकनीकी विचारधाराओं को सफल उद्यमों में बदला जा सके।

एफआईई की यात्रा और उपलब्धियां
एनआईटी रायपुर-एफआईई मार्च 2021 में एक गैर-लाभकारी संस्था के रूप में स्थापित हुआ था। यह एनआईटी रायपुर का तकनीकी व्यापार इन्क्यूबेटर है और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) की राष्ट्रीय नवाचार विकास और दोहन पहल (NIDHI) योजना के तहत कार्य करता है।

आज तक एफआईई ने छत्तीसगढ़ में 40 से अधिक स्टार्टअप्स को दिशा और सहयोग दिया है। इनमें से कई स्टार्टअप्स गवर्नेंस, मेडिकल उपकरण निर्माण, एनालिटिक्स, डीप-टेक, क्लीन-टेक और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।

टीम और नेतृत्व
एफआईई का संचालन निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव और कैरियर डेवलपमेंट सेंटर प्रमुख डॉ. समीर बाजपेयी के नेतृत्व में हो रहा है। परिचालन टीम में डॉ. अनुज कुमार शुक्ला (फैकल्टी प्रभारी), श्री पवन कटारिया (अधिकारी प्रभारी) और सीईओ श्रीमती मेधा सिंह शामिल हैं। इनकी मेहनत और रणनीति ने एफआईई को देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम का एक सशक्त स्तंभ बना दिया है।

एफआईई न केवल तकनीकी स्टार्टअप्स को कंपनी रजिस्ट्रेशन और बिजनेस सेटअप में मदद करता है, बल्कि उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन, निवेश और बाजार तक पहुँच उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। छत्तीसगढ़ के किसी भी युवा उद्यमी के लिए यह संस्था अब एक मजबूत सहारा बन चुकी है।