रायपुर 04 सितंबर 2025। राजधानी रायपुर के बेबीलॉन टावर में बीती रात अचानक लगी आग ने लोगों को दहशत में डाल दिया। ऊंची इमारत में धुआं भरते ही हालात भयावह हो गए, लेकिन जिला प्रशासन, पुलिस और कुछ साहसी युवाओं की सूझबूझ व बहादुरी ने इस आग को जनहानि में बदलने से रोक दिया। सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन के हीरोज को गुरुवार को कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने सम्मानित किया।
सीएम की सख्त हिदायत, प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जिला प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि किसी भी कीमत पर जनहानि न हो। इसके बाद कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य का नेतृत्व किया।
युवाओं की बहादुरी बनी मिसाल
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई युवक बिना अपनी जान की परवाह किए आग और धुएं से घिरी इमारत में घुसे और फंसे लोगों को बाहर निकाला। इनमें श्री सोमेश साव, श्री देवाशीष बरिहा, श्री आकाश साहू, श्री विशाल यादव, श्री अभिषेक सिन्हा और श्री ए. वेनूगोपाल शामिल रहे।
- सोमेश साव ने बताया कि उनके मित्र ने फोन कर मदद मांगी, तो वे तुरंत घटनास्थल पहुंचे।
- उन्होंने फायर इक्विपमेंट जुटाकर सीढ़ियों से ऊपर चढ़ते हुए फ्लोर-दर-फ्लोर आग बुझाने का प्रयास किया।
- नगर निगम कर्मचारी और फायर ब्रिगेड में कार्यरत श्री ए. वेनूगोपाल ने युवाओं को गीले कपड़े का मास्क इस्तेमाल करने की सलाह दी और टीम के साथ मिलकर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

प्रशासनिक अमले की संयुक्त मेहनत
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम नंदकुमार चौबे और जिला सेनानी पुष्पराज सिंह सबसे पहले मौके पर पहुंचे। दोनों ने 7वें माले तक चढ़कर लोगों को शांत किया और सुरक्षित बाहर निकलने का रास्ता दिखाया। इस दौरान एक दिव्यांग व्यक्ति को रेस्क्यू टीम ने गोद में उठाकर बाहर निकाला।
रेस्क्यू में नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, एडीएम उमाशंकर बंदे, एसडीआरएफ की टीम और तेलीबांधा थाना पुलिस ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कलेक्टर और एसएसपी ने किया सम्मानित
आज जिला कार्यालय में कलेक्टर और एसएसपी ने साहसी युवाओं और रेस्क्यू टीम को शॉल और किताब भेंट कर सम्मानित किया। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा—
“इन जांबाज युवाओं ने अपने समाज की संस्कृति और परिवार के संस्कारों को दिखाया है। कठिन परिस्थिति में अपनी चिंता छोड़ दूसरों की जान बचाना ही असली मानवता है। ये हमारे शहर का गौरव हैं।”
