रायपुर, 03 सितम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बस्तर अंचल को एक बड़ी सौगात दी है। मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में चिकित्सा शिक्षा विभाग और तेलंगाना स्थित कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल के बीच सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के संचालन हेतु लाइसेंस समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के अंतर्गत हुआ है।
आदिवासी अंचल के लिए जीवनदायी पहल
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य का लक्ष्य है कि हर नागरिक, विशेषकर दूरदराज के आदिवासी अंचलों तक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचें। उन्होंने याद दिलाया कि इस अस्पताल की नींव आठ वर्ष पहले रखी गई थी और अब जब छत्तीसगढ़ अपनी रजत जयंती मना रहा है, तब यह अस्पताल आकार ले रहा है।
उन्होंने कहा कि यह अस्पताल खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात जवानों के लिए वरदान साबित होगा। पहले घायल जवानों को एयर एंबुलेंस से रायपुर या बिलासपुर ले जाना पड़ता था, लेकिन अब जगदलपुर में ही उन्हें जीवनरक्षक इलाज उपलब्ध होगा।
स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि अब बस्तर के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए रायपुर और बिलासपुर की ओर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने इसे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया और आश्वासन दिया कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग और अधिक संसाधन उपलब्ध कराएगा ताकि भविष्य की चुनौतियों से निपटा जा सके।
अस्पताल की विशेषताएँ
स्वास्थ्य सचिव श्री अमित कटारिया ने जानकारी दी कि इस अस्पताल पर कुल 200 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें से 120 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 80 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने वहन किए हैं। साथ ही राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) ने भी परियोजना में अहम योगदान दिया है।
- यह अस्पताल 11 एकड़ भूमि पर बनाया गया है।
- कुल 10 मंजिला भवन में 240 बिस्तरों की क्षमता होगी।
- इसमें हृदय रोग (कार्डियोलॉजी), किडनी रोग (नेफ्रोलॉजी), मस्तिष्क रोग व न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी जैसे विभाग होंगे।
- अत्याधुनिक ओपीडी, आईसीयू और आपातकालीन सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
- सभी सेवाएँ सरकारी दर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में मिलेंगी।
नई उम्मीद की किरण
कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल हैदराबाद के अध्यक्ष डॉ. गुरुनाथ रेड्डी और अन्य प्रतिनिधियों ने इसे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई आशा और जीवनदायी कदम बताया।
यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल न केवल बस्तर संभाग बल्कि पूरे राज्य और देशभर के मरीजों के लिए आधुनिक इलाज की नई राह खोलेगा।
इस अवसर पर वन एवं परिवहन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. प्रियंका शुक्ला, एनएमडीसी के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
