अय्यूब खान: बिहार में इंडिया गठबंधन की होगी बड़ी जीत

पटना, 02 सितम्बर 2025।
राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार की धरती से शुरू हुई वोटर अधिकार यात्रा ने प्रदेश की राजनीति में नई ऊर्जा और उम्मीद जगाई है। इस यात्रा में शामिल रहे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सचिव अय्यूब खान का मानना है कि बिहार की जनता ने इंडिया गठबंधन को दिल से स्वीकार किया है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इसकी बड़ी जीत तय है।


वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य

17 अगस्त को सासाराम से शुरू होकर 1 सितम्बर को पटना में सम्पन्न हुई यह यात्रा लगभग 1300 किलोमीटर लंबी रही। इसका मुख्य उद्देश्य था —

  • चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची से नाम काटने की प्रक्रिया का विरोध।
  • बिहार के 65 लाख गरीब और अशिक्षित मतदाताओं के अधिकार की रक्षा।
  • बेरोजगारी, अशिक्षा, पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और जंगल राज जैसे मुद्दों पर जनजागरण।

यात्रा में हजारों-लाखों लोग शामिल हुए, जिसने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी।


राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति

अय्यूब खान ने बताया कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सहित कई बड़े कांग्रेस नेता भी जुड़े। जनता का उत्साह देखने लायक था —

  • लोग छतों, खिड़कियों और दरवाजों से राहुल गांधी को देखने और सुनने उमड़ पड़े।
  • यात्रा गांव-गांव, शहर-शहर पहुंची और हर जगह लोगों ने इंडिया गठबंधन के नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया।

मतदाता सूची से नाम कटने का मामला

यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने उन सैकड़ों मतदाताओं से मुलाकात की, जिनका नाम चुनाव आयोग ने यह कहकर काट दिया कि वे “मृत” हो चुके हैं।

  • कई लोग जिनका नाम लोकसभा चुनाव में था, अब विधानसभा चुनाव की सूची से गायब पाए गए।
  • राहुल गांधी ने इन मतदाताओं के साथ समय बिताया, बातचीत की और उनका दर्द समझा।

अय्यूब खान का बयान

अय्यूब खान ने आरोप लगाया कि बिहार में गुंडागर्दी और जंगल राज चरम पर है और चुनाव आयोग भी इसमें सहायक बन गया है।

“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जीवित मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए जा रहे हैं। यह लोकतंत्र के खिलाफ है और जनता अब बदलाव के लिए तैयार है।”

उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इंडिया गठबंधन को अपना रही है और आगामी चुनाव में भाजपा-जेडीयू सरकार को सत्ता से बेदखल करना तय है।


निष्कर्ष

बिहार की वोटर अधिकार यात्रा ने जहां लोकतंत्र में मतदाता अधिकारों की रक्षा का सवाल उठाया है, वहीं यह जनता और विपक्षी गठबंधन के बीच नए भरोसे का पुल भी बनी है। अय्यूब खान के मुताबिक यह यात्रा आने वाले चुनाव में बिहार की राजनीति की दिशा बदलने वाली साबित होगी।