रायपुर, 29 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग प्रकरण में बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने झारखंड से दो शराब कारोबारियों को अपनी हिरासत में लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में अतुल सिंह और मुकेश मंछंदा शामिल हैं, जो ओम साई बेवरेजेस नामक विदेशी शराब लाइसेंसधारी कंपनी के निदेशक हैं।
दोनों आरोपी झारखंड की जेल में इसी तरह के एक मामले में बंद थे। उन्हें झारखंड की अदालत से प्राप्त प्रोडक्शन वारंट के आधार पर रायपुर लाया जाएगा और शुक्रवार को विशेष एसीबी/ईओडब्ल्यू अदालत में पेश किया जाएगा।
कमीशन वसूली का आरोप
अतुल सिंह और मुकेश मंछंदा पर आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में शराब कारोबार से कमीशन वसूला और अवैध लेन-देन में सक्रिय भूमिका निभाई।
ईडी की जांच और बड़ा घोटाला
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी जांच कर रहा है। ईडी के अनुसार यह कथित शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच कांग्रेस सरकार (भूपेश बघेल कार्यकाल) में चला। आरोप है कि इस घोटाले से सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, जबकि शराब सिंडिकेट ने ₹2,100 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई की।
पूर्व मंत्री और अफसर पहले ही गिरफ्तार
इस घोटाले में जनवरी में ईडी ने पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा, कारोबारी अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और आईटीएस अधिकारी अरुणपाटी त्रिपाठी सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
इसी प्रकरण में EOW ने जनवरी 2024 में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ और कुल 70 व्यक्तियों व कंपनियों को नामजद किया गया था। यह कार्रवाई भाजपा सरकार बनने के कुछ ही समय बाद शुरू हुई थी।
राजनीतिक हलचल तेज
इन नई गिरफ्तारियों से छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर से हलचल बढ़ गई है। माना जा रहा है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, घोटाले के और कई परतें खुल सकती हैं।
