दुर्ग, 29 अगस्त 2025।
थाना नंदिनी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के भुइंया सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ कर बैंक से करोड़ों का लोन निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में आरोपी नंद किशोर साहू (निवासी सेक्टर-05, सड़क 33, क्वार्टर नं. 4-बी, भिलाई) को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे रचा गया था षड्यंत्र
जांच में सामने आया कि ग्राम मुरमुंदा और अछोटी (तहसील अहिवारा, जिला दुर्ग) की ज़मीन के खसरा नंबरों में फर्जी बटांकन कर नया खसरा तैयार किया गया। इसके आधार पर भारतीय स्टेट बैंक, नंदिनी नगर शाखा से 36 लाख रुपए का लोन लिया गया।
मुख्य आरोपी दिनू राम यादव और उसके सहयोगियों ने ऑनलाइन राजस्व अभिलेख से छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए। बाद में इन पैसों का हिस्सा 20,26,547 रुपए आरोपी नंद किशोर साहू के खाते में ट्रांसफर किया गया। जांच में पाया गया कि साहू ने इस रकम को अपनी निजी कंपनी ‘भिलाई-दुर्ग फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी’ में निवेश कर दुरुपयोग किया।
पुलिस की सतर्क कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना नंदिनी पुलिस ने अपराध क्रमांक 201/2025 पंजीबद्ध किया। आरोपियों पर धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5) बीएनएस एवं 66(सी) आईटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी नंद किशोर साहू को 27 अगस्त 2025 को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
क्या है ‘भुइंया सॉफ्टवेयर’?
भुइंया छत्तीसगढ़ शासन का ऑनलाइन राजस्व पोर्टल है, जिसमें ज़मीनों के खसरा-खतौनी का ब्यौरा दर्ज रहता है। इसे हैक कर फर्जीवाड़ा करना न केवल सरकारी रिकॉर्ड से छेड़छाड़ है, बल्कि गंभीर साइबर अपराध भी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह कई स्तरों पर सक्रिय था और तकनीकी छेड़छाड़ कर सरकारी सिस्टम को धोखा दे रहा था। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है।
