नोएडा दहेज कांड: निक्की भाटी मौत मामले में नया मोड़, पुलिस ने सिलेंडर ब्लास्ट थ्योरी खारिज की

नोएडा, 28 अगस्त 2025।
नोएडा की बहुचर्चित निक्की भाटी दहेज हत्या कांड ने एक नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने अब उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि निक्की की मौत गैस सिलेंडर फटने से हुई। जांच में निक्की के कमरे से एक खाली थिनर की बोतल और लाइटर बरामद हुए हैं, जो अब इस मामले के अहम सबूत बन गए हैं।

निक्की (26) को 21 अगस्त को उनके सिरसा गांव स्थित घर से गंभीर जलन की हालत में अस्पताल ले जाया गया था। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। शुरूआती अस्पताल मेमो में दर्ज था कि निक्की गैस सिलेंडर ब्लास्ट में झुलसी थीं। यहां तक कि अपनी “अंतिम बयान” में भी निक्की ने पति या ससुराल पक्ष पर कोई आरोप नहीं लगाया।

हालांकि, निक्की की बहन कंचन, जो इसी भाटी परिवार में ब्याही गई है, ने गंभीर आरोप लगाए हैं। कंचन का कहना है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर निक्की को जिंदा जला दिया गया। उसने आरोप लगाया कि निक्की को लगातार ₹36 लाख और एक लग्जरी कार की मांग पर प्रताड़ित किया जाता था। जबकि शादी के समय पहले ही स्कॉर्पियो एसयूवी, मोटरसाइकिल और गहने दिए जा चुके थे।

कंचन ने पुलिस को बताया कि घटना के वक्त उसने निक्की को आग की लपटों में घिरा देखा और पानी डालकर बचाने की कोशिश की। इस दौरान उसने अपने मोबाइल पर घटना का कुछ हिस्सा रिकॉर्ड भी किया।

इस मामले में निक्की का पति विपिन भाटी, ससुर-सास सतवीर और दया भाटी तथा देवर रोहित भाटी (कंचन का पति) गिरफ्तार किए जा चुके हैं। विपिन पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में 24 अगस्त को गोली लगने से घायल हुआ।

पुलिस का मानना है कि निक्की ने अपनी अंतिम सांसों तक पति और ससुराल वालों को बचाने की कोशिश की और इसीलिए अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन कमरे से मिले सबूत और कंचन के आरोप इस घटना की कहानी को पूरी तरह बदल रहे हैं।

इस बीच, एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें घटना के वक्त विपिन घर के बाहर एक दुकान पर खड़ा दिखाई दे रहा है। पुलिस अब टाइमलाइन खंगालने में जुटी है ताकि यह साफ हो सके कि उस पल वास्तव में घर के अंदर क्या हुआ था।

यह मामला अब दहेज हत्या की दिशा में गहराता जा रहा है, और पूरे क्षेत्र में आक्रोश और गहरी संवेदनाओं का माहौल है।