वैष्णो देवी हादसा: भूस्खलन में अब तक 34 श्रद्धालुओं की मौत, 20 घायल; मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उठाए सवाल

जम्मू, 27 अगस्त 2025।
जम्मू-कश्मीर के रियासी ज़िले में मंगलवार दोपहर वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है, जबकि कम से कम 20 श्रद्धालु घायल हुए हैं। हादसे के बाद यात्रा तत्काल रोक दी गई और हज़ारों श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर करीब 3 बजे अचानक पहाड़ का एक हिस्सा ढह गया और पत्थर-बोल्डर बेकाबू होकर नीचे गिरने लगे। लोग चीख-पुकार के बीच जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, लेकिन कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए।

अधिकारियों ने बताया कि हिमकोटी मार्ग को सुबह ही मौसम खराब होने के कारण बंद कर दिया गया था, लेकिन पुराना मार्ग दोपहर 1:30 बजे तक खुला रहा। इसके बाद बारिश तेज़ होने पर इसे भी बंद कर दिया गया।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हादसे पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
“जब हमें पहले से खराब मौसम की चेतावनी थी, तो क्या हमें श्रद्धालुओं को रोकने के कदम नहीं उठाने चाहिए थे? इन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर क्यों नहीं भेजा गया?”

बारिश और भूस्खलन से जम्मू-कश्मीर के कई ज़िलों में हालात गंभीर बने हुए हैं। झेलम, तवी और चेनाब नदियों का जलस्तर ख़तरे के निशान से ऊपर पहुँच गया है। कई पुल और सड़कें बह गए हैं, रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से 18 ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं।

आईएएफ का C-130 विमान राहत सामग्री लेकर जम्मू पहुँचा है। वहीं चिनूक और एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर को बचाव कार्य के लिए तैयार रखा गया है। दूरस्थ इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं।

यह हादसा न केवल प्राकृतिक आपदा की त्रासदी को उजागर करता है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही और चेतावनी के बावजूद श्रद्धालुओं को सुरक्षित नहीं करने पर भी सवाल खड़े करता है।