रायपुर, 27 अगस्त 2025। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी सक्रियता से कार्य करे। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि राहत शिविरों में ठहरे लोगों को भोजन, चिकित्सा सुविधा और आवश्यक सामग्री समय पर उपलब्ध कराई जाए।
बारिश और प्रभावित गाँव:
- दंतेवाड़ा: 26 और 27 अगस्त को क्रमशः 93.7 मिमी और 118.4 मिमी
- सुकमा: 35 से 109.3 मिमी
- बीजापुर: 34.9 से 50.2 मिमी
- बस्तर: 67.3 से 121.3 मिमी
इस भारी बारिश से 25 गाँव प्रभावित हुए हैं।
राहत शिविर और प्रभावित लोग:
राजस्व सचिव एवं आपदा राहत आयुक्त श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि कुल 43 राहत शिविरों में 2,196 प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठहराया गया है।
- दंतेवाड़ा: 1,116
- सुकमा: 790
- बीजापुर: 120
- बस्तर: 170
हानि का विवरण:
अब तक बाढ़ से 5 जनहानि, 17 पशुधन हानि, 165 मकानों को आंशिक और 86 मकानों को पूर्ण क्षति हुई है। सभी जिलों में नगर सेना और SDRF द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों के लिए त्वरित सहायता राशि और प्राथमिकता पर पुनर्वास कार्य करने की घोषणा की। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी स्थिति में तुरंत स्थानीय नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि प्रशासन और जनता के सामूहिक सहयोग से बाढ़ पर शीघ्र काबू पाया जाएगा और प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य जीवन जल्द बहाल होगा।
