दुर्ग, 26 अगस्त 2025।
दुर्ग के कसारीडीह कन्हैयापूरी निवासी श्री कृष्ण कुमार देवांगन (पूर्व बीएसपी कर्मी) एवं उनकी पत्नी श्रीमती कस्तूरी देवांगन ने आज मानवता की मिसाल पेश करते हुए देहदान का संकल्प लिया। उन्होंने अपनी वसीयत नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों—कुलवंत भाटिया, राजेश पारख, रितेश जैन एवं सुरेश जैन—को सौंपते हुए समाज के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर श्री देवांगन के पुत्र अनुज देवांगन (देवांगन पूजा सामग्री संचालक), उनके भाई आशीष देवांगन, बहु श्रीमती मनीषा देवांगन एवं श्रीमती मालती देवांगन ने इस महान निर्णय का स्वागत किया और पूर्ण सहमति दी।
श्री कृष्ण कुमार देवांगन ने कहा कि लंबे समय से उनके मन में देहदान की इच्छा थी। आज यह संकल्प पूरा कर उन्हें आत्मसंतोष मिल रहा है कि उनके और उनकी पत्नी की आँखों से चार लोगों को नई रोशनी मिलेगी और भविष्य के डॉक्टरों को रिसर्च के लिए सहारा मिलेगा।
नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने देवांगन दंपति की इस पहल को मानवता के लिए अमूल्य बताया। संस्था के रितेश जैन ने कहा कि संस्था लगातार नेत्रदान, देहदान और त्वचादान के लिए लोगों को जागरूक कर रही है और अब समाज में सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है।
संस्था के सुरेश जैन ने कहा कि देवांगन दंपति का यह निर्णय समाज को प्रेरित करेगा और अधिक लोग इस दिशा में आगे आएंगे। संस्था ने आम नागरिकों से अपील की है कि जो भी देहदान या नेत्रदान करना चाहता है, वह मार्गदर्शन हेतु संस्था से जुड़े सदस्यों या 9827906301 / 9827190500 पर संपर्क कर सकता है।
इस अवसर पर संस्था के अनेक सदस्य—अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, मंगल अग्रवाल, हरमन दुलई, जितेंद्र हासवानी, किरण भंडारी, उज्जवल पींचा, सत्येंद्र राजपूत, पीयूष मालवीय, दीपक बंसल, विकास जायसवाल, मुकेश राठी, प्रभु दयाल उजाला सहित अन्य—मौजूद रहे और देवांगन दंपति के इस मानवीय निर्णय की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
यह संकल्प न सिर्फ देवांगन परिवार के जीवन को सार्थक बनाता है, बल्कि समाज में सेवा और समर्पण की नई सोच भी जगाता है।
