बिलासपुर, 22 अगस्त 2025।
शहर की कोनी रोड स्थित महावीर अग्रवाल बाड़ा गुरुवार की रात पुलिस छापेमारी के बाद सुर्खियों में है। लंबे समय से यहां बड़े पैमाने पर जुआ खेलने की गुप्त सूचना मिल रही थी। इसी सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों ने छापा मारकर कई नामी-गिरामी व्यापारियों, ठेकेदारों और राजनीतिक रसूख रखने वाले लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
छापे के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी, ठेकेदार और राजनीतिक परिवारों से जुड़े लोग शामिल हैं। इनमें –
- रमेश कुमार अग्रवाल (70 वर्ष) – अग्रसेन चौक निवासी, भगत लाज के मालिक एवं पूर्व ठेकेदार
- सुशील अग्रवाल (60 वर्ष) – पुराना सरकंडा निवासी, तेंदूपत्ता ठेकेदार
- चन्द्रशेखर अग्रवाल (64 वर्ष) – अकलतरा निवासी, बगड़िया टाइल्स के मालिक
- विजय विधानी (64 वर्ष) – हेमूनगर चौक निवासी, बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर, मेयर का जेठ
- हरवंश लाल अजमानी (79 वर्ष) – दयालबंद निवासी, व्यवसायी एवं सेंट्रल प्वाइंट होटल संचालक
- बिहारी ताम्रकार (66 वर्ष) – करबला रोड निवासी, बर्तन व्यवसायी और भाजपा पार्षद विजय ताम्रकार के भाई
- तेजेस्वर वर्मा (40 वर्ष) – गोड़पारा निवासी
- सुनील अग्रवाल (60 वर्ष) – चांटीडीह निवासी, अनिल फर्नीचर के मालिक
- पारुल राय (48 वर्ष) – 27 खोली निवासी, पीडब्ल्यूडी ठेकेदार
जब्त सामान: पुलिस ने मौके से ₹41,505 नकद, 11 मोबाइल फोन और बड़ी संख्या में प्लास्टिक क्वाइन जब्त किए।
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार व्यक्तियों ने अपने राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव का उपयोग कर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बिना किसी दबाव में आए निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
इस कार्रवाई ने न केवल शहर में हलचल मचा दी है बल्कि यह संदेश भी दिया है कि पुलिस शासन की मंशानुसार किसी भी रसूखदार व्यक्ति को बख्शे बिना कानून के अनुसार कदम उठा रही है।
